** दसवीं पास करके आइटीआइ करने वाले 12वीं पास के समकक्ष होंगे
** आगे के पाठ्यक्रमों में दाखिले में होगी सहायता
** कौशल विकास के लिहाज से सरकार का अहम कदम
नई दिल्ली : अब आठवीं पास करने के बाद आइटीआइ का डिप्लोमा करने वाले
छात्रों को दसवीं पास माना जाएगा। इसके साथ ही दसवीं पास करके आइटीआइ करने
वाले 12वीं पास के समकक्ष होंगे। इस तरह उन्हें आगे के किसी पाठ्यक्रम में
दाखिला लेने में आसानी हो सकेगी। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की
अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय स्किल काउंसिल की पहली बैठक में किया गया है।
शिक्षा को ज्यादा से ज्यादा हुनर से जोड़ने और युवाओं को कौशल विकास के लिए
उत्साहित करने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है ताकि छात्रों को
इंडस्टियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (आइटीआइ) में डिप्लोमा की पढ़ाई करने के
दौरान ही औपचारिक शिक्षा का भी फायदा मिल सके। आइटीआई के दो साल के
डिप्लोमा में छात्र आठवीं या दसवीं के बाद दाखिला लेते हैं। देश भर में
लगभग 13 हजार आइटीआइ हैं, जिनमें लगभग दो लाख छात्र बिजली उपकरणों और टीवी,
एसी आदि ठीक करने से ले कर कंप्यूटर तक के पाठ्यक्रम कर रहे हैं। 1इस बारे
में पूछे जाने पर मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने माना कि
राष्ट्रीय स्किल काउंसिल की ओर से यह सिफारिश उनके मंत्रलय में आई है। इसे
मंजूर भी कर लिया गया है। उन्होंने कहा, ‘पहली बार आइटीआइ में पढ़ने वाले
छात्रों को गरिमा प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
इसके तहत प्रावधान
किया गया है कि आइटीआइ के दौरान ही उन्हें ब्रिज कोर्स के जरिए एनआइओएस
(राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान) का सर्टिफिकेट हासिल हो सके।
इससे छात्रों को एक बड़ी सहायता यह होगी कि उच्च शिक्षा संस्थान में आसानी
से दाखिला पा सकेंगे।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में
गुरुवार को स्किल काउंसिल की बैठक हुई थी। इसमें यह भी तय किया गया कि
डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को पूरा करने वालों को ‘मुद्रा’ योजना के तहत बैंकों
से लोन देने में भी प्राथमिकता दी जाए। इस योजना में युवाओं को अपना रोजगार
शुरू करने के लिए आसान दरों पर बिना कुछ गिरवी रखे लोन दिया जाता
है dj
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