** हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने सरकार द्वारा की जा रही उपेक्षा पर जताया रोष
रोहतक : अगस्त में सरकार द्वारा 11,500 प्राध्यापकों के तबादले किए गए थे। तबादला
नीति में व्यापक खामियां होने से 774 प्राध्यापकों को संतोषजनक स्टेशन नहीं
दिए गए। जिले के 196 प्राध्यापकों से मूल स्थान छीनकर उन्हें ऐसे स्थान पर
भेजा गया है, जहां पर उनकी आवश्यकता नहीं है। ऐसी स्थिति में अध्यापकों को
वेतन के लाले पड़ गए हैं। उक्त बातें शिक्षक नेताओं ने शनिवार को आयोजित
बैठक में कहीं। हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन (हसला) के पदाधिकारियों
ने सरकार कोच चेतावनी जारी करते हुए कहा कि यदि सात दिन में तबादला नीति से
खामियां दूर की गईं तो शिक्षकों को आंदोलन पर जाने के लिए मजबूर होना
पड़ेगा। हसला के जिला प्रधान बलजीत सहारण ने कहा कि 774 प्राध्यापक ऐसे
हैं, जिन्होंने पसंद अनुसार एमआईएस पोर्टल पर अपने स्टेशन दिए गए थे। परंतु
उन्हें 200 से 250 किमी दूर भेज दिया गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि उक्त
समस्याओं के निस्तारण के लिए केप्ट वैकेंसी खोली जाए तथा प्राध्यापक से
प्राचार्य पद पर जल्द से जल्द पदोन्नति की जाए, ताकि ये प्राध्यापक सही
स्टेशन पर एडजस्ट हाे जाए। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.