सीवन : अतिथि अध्यापक अपने रोजगार को पक्का करवाने की कवायद में जी जान से जुटे हैं। पिछले 48 दिनों से रोहतक में डेरा जमाए अतिथि अध्यापक अपनी मांगों को लेकर गर्मी व बरसात को सहते हुए वहीं जुटे हैं। लेकिन अभी तक उनकी सुध लेने के लिए ना तो सरकार का कोई नुमाइंदा ही पहुंचा और ना ही कोई प्रशासनिक अधिकारी। अब सरकार को चेताने के लिए प्रदेश भर के अतिथि अध्यापक अपने परिवार के सदस्यों के साथ रोहतक में मशाल मार्च निकालने की तैयारी में जुटे हैं। ब्लाक सीवन के प्रधान गुलशन चुघ ने बताया कि अब 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर सभी अतिथि अध्यापक रोहतक के सेक्टर 6 में परिवार सहित एकत्र होंगे और वहां से मशाल जलूस निकालेंगे जो रोहतक के मुख्य मार्गो से होता हुआ जिला मुख्यालय पर पहुंच कर समाप्त होगा। इसके पश्चात सांसद दीपेन्द्र हुड्डा को ज्ञापन सौंपेंगे। चुघ ने कहा कि यदि इसके बावजूद सरकार नींद से नहीं जागी तो उसी दिन संघर्ष की घोषणा की जाएगी। उन्होंेने कहा कि अब स्थिति करो या मरो की है। अतिथि अध्यापकों के साथ उनके परिवार भी जुड़े हैं, लेकिन सरकार इस बात को नहीं समझ रही है। यदि अतिथि अध्यापकों को निकाल बाहर किया जाता है तो इससे 15 हजार परिवार भूखे मरने के कगार पर होंगे। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि अभी भी सरकार अतिथि अध्यापकों की मांगों को नहीं मानती है तो इसका खामियाजा आने वाले चुनावों में सरकार को भुगतना पड़ेगा। इस अवसर पर उनके साथ रमेश सरदाना, देवेन्द्र शर्मा, राजपाल, संजीव शर्मा, यशपाल व अन्य अतिथि अध्यापक मौजूद थे। dj
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