सोनीपत : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की महत्वाकांक्षी योजना के रूप में शुरू की गई ऑन डिमांड परीक्षा विद्यार्थियों को पंसद नहीं आई है। यही कारण है कि शिक्षा बोर्ड को योजना शुरू होने के महज दो वर्ष बाद ही इसके भविष्य को लेकर सोचने पर मजबूर होना पड़ा है। ओपन स्कू ल के बच्चों के लिए शुरू की गई ऑन डिमांड परीक्षा के लिए अब तक 35 विद्यार्थियों ने आवेदन कर परीक्षा दी है।
इसलिए शुरू की गई थी यह परीक्षा :
ओपन स्कूल के बच्चे फेल होने की सूरत में जब चाहे आवेदन कर परीक्षा दे सकते थे। इससे उनकी पढ़ाई भी नियमित रहती और फेल होने पर उनका एक वर्ष खराब होने से भी बच जाता है। बोर्ड ने शुरुआत में इसे विद्यार्थियों के लिए वरदान बताया था, लेकिन विद्यार्थियों का मौजूदा रुझान देख लगता नहीं कि विद्यार्थियों ने योजना का लाभ लेने में दिलचस्पी दिखाई है।
बैठक में होगा फैसला
शिक्षा बोर्ड की ओर से ऑन डिमांड परीक्षा की मौजूदा हालात को देखते हुए बोर्ड अधिकारियों की अगले सप्ताह बैठक बुलाई है। जिसमें लगातार कम हो रही परीक्षार्थियों की संख्या के कारण बोर्ड प्रशासन ने इस योजना को भविष्य में शुरू रखने के फैसले पर विचार करेगा। बैठक में देखा जाएगा कि आखिर इसमें विद्यार्थी कम क्यों आ रहे हैं?
"यह योजना उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं दे सकी। इस साल 35 ही विद्यार्थियों ने इसके लिए आवेदन किया। बोर्ड की बैठक में इसके भविष्य पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।'' --डॉ. अंशज सिंह, सचिव, हरियाणा विद्यालय, शिक्षा बोर्ड। ...db
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