**हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ की बैठक में जिलास्तरीय प्रदर्शन की रूपरेखा बनाई
राजौंद: हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ की बैठक में जिलास्तरीय प्रदर्शन की रूपरेखा का खाका तैयार किया गया। इस बारे जानकारी देते हुए हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के उप-प्रधान श्यामलाल शर्मा व कोषाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि प्राइवेट स्कूल बंद करने के विरोध में कैथल के स्कूल संचालक मंगलवार को सड़कों पर उतरेंगे। इस दौरान वह जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के साथ साथ कांग्रेस के विधायकों व सांसदों का घेराव करेंगे। साथ ही उनका साथ न देने वाले विधायकों का भी बहिष्कार किया जाएगा। हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के अनुसार उनकी मुख्य मांगों में प्रदेश के 1372 स्कूलों को सत्र के मध्य में बंद न करने उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान करना, नियमावली-2007 का सरलीकरण करना, परमिशन व अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों को स्थायी मान्यता प्रदान करना, स्कूली बसों को पूर्णरूप से टैक्स मुक्त करना व वर्ष 2007 में स्कूल संचालकों पर गलत तरीके से दर्ज मामले वापस लेना शामिल है। उप प्रधान ने बताया की पूरे प्रदेश के जिला कैथल में 108,जींद 42, करनाल 31, झज्जर 24, अंबाला 41, पंचकूला 47, मेवात 15, रोहतक 143, महेंद्रगढ़ 2, सिरसा 80, कुरुक्षेत्र 102, भिवानी 24, रेवाड़ी 46, यमुनानगर 29, फतेहाबाद 153, पलवल 43, पानीपत 135, हिसार 168, फरीदाबाद 39, गुडग़ांव में 10 दस स्कूल इस दायरे में आते हैं। भूपेन्द्र सिंह ने बताया की स्कूलों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, यदि जरूरत पड़ी तो वे अपनी जान देकर भी स्कूलों को बचाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेसी विधायकों व सांसदों का घेराव व उसके बाद उनके बहिष्कार की रणनीति पर काम किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो वे कांग्रेस को हराने के लिए घर-घर जा सकते हैं।....db
राजौंद: हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ की बैठक में जिलास्तरीय प्रदर्शन की रूपरेखा का खाका तैयार किया गया। इस बारे जानकारी देते हुए हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के उप-प्रधान श्यामलाल शर्मा व कोषाध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि प्राइवेट स्कूल बंद करने के विरोध में कैथल के स्कूल संचालक मंगलवार को सड़कों पर उतरेंगे। इस दौरान वह जिला प्रशासन को ज्ञापन देने के साथ साथ कांग्रेस के विधायकों व सांसदों का घेराव करेंगे। साथ ही उनका साथ न देने वाले विधायकों का भी बहिष्कार किया जाएगा। हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के अनुसार उनकी मुख्य मांगों में प्रदेश के 1372 स्कूलों को सत्र के मध्य में बंद न करने उनकी समस्याओं का स्थायी समाधान करना, नियमावली-2007 का सरलीकरण करना, परमिशन व अस्थाई मान्यता प्राप्त स्कूलों को स्थायी मान्यता प्रदान करना, स्कूली बसों को पूर्णरूप से टैक्स मुक्त करना व वर्ष 2007 में स्कूल संचालकों पर गलत तरीके से दर्ज मामले वापस लेना शामिल है। उप प्रधान ने बताया की पूरे प्रदेश के जिला कैथल में 108,जींद 42, करनाल 31, झज्जर 24, अंबाला 41, पंचकूला 47, मेवात 15, रोहतक 143, महेंद्रगढ़ 2, सिरसा 80, कुरुक्षेत्र 102, भिवानी 24, रेवाड़ी 46, यमुनानगर 29, फतेहाबाद 153, पलवल 43, पानीपत 135, हिसार 168, फरीदाबाद 39, गुडग़ांव में 10 दस स्कूल इस दायरे में आते हैं। भूपेन्द्र सिंह ने बताया की स्कूलों को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, यदि जरूरत पड़ी तो वे अपनी जान देकर भी स्कूलों को बचाएंगे। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेसी विधायकों व सांसदों का घेराव व उसके बाद उनके बहिष्कार की रणनीति पर काम किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो वे कांग्रेस को हराने के लिए घर-घर जा सकते हैं।....db
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