रोहतक : प्रदेश के 3,870 उच्च और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में से मात्र 800 में ही इनफोर्मेशन मैनेजर लगे हैं। शिक्षा विभाग ने मार्च में ही सभी स्कूलों को लिखित में आदेश जारी करते हुए सिम (स्कूल इनफोर्मेशन मैनेजर) की नियुक्ति करने को कहा था। लेकिन 6 महीने बाद भी 3070 स्कूलों में ये पद खाली पड़े हैं। विभाग ने स्कूलों को फटकार लगाते हुए इस सत्र के अंत तक नियुक्ति करने को कहा है। सूचना अधिकारियों को विभाग की ओर से पांच दिन का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
सूचना अधिकारी क्यों
विभाग ने सभी स्कूलों को अपना पोर्टल और अपनी वेबसाइट बनाने को कहा था। जिस पर स्कूल की सभी जरूरी सूचनाएं और मांगें अपडेट होती रहेंगी। इस पोर्टल के निर्माण और अपडेट करने के लिए सूचना प्रबंधक नियुक्त किए जाने हैं। यह पद स्कूलों में आरएमएसए (राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान) के तहत शुरू किया गया है। अभियान के तहत स्कूलों को मिलने वाली राशि से ही सूचना अधिकारी को वेतन दिया जाएगा। स्कूल अपने स्तर पर अधिकारी को सुविधाएं उपलब्ध करवाएगा। 3870 में से मात्र 800 में ही हुई मैनेर्जस की नियुक्ति, शिक्षा विभाग ने स्कूलों को फटकार लगाकर मांगा जवाब
अध्यापकों को फायदा
शिक्षा विभाग का मानना है कि सूचना प्रबंधक की नियुक्ति से अध्यापकों को कक्षाओं के लिए पूरा समय मिलेगा। वे प्रबंधन और सूचनाओं संबंधि गतिविधियों से मुक्त होकर शिक्षण कार्य में पूरा ध्यान देंगे। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सुनिता रुहिल ने कहा कि इसमें हमारा कोई हस्तक्षेप नहीं है। सूचना प्रबंधक की नियुक्ति स्कूलों द्वारा की जानी है। अध्यापकों को फायदा रोहतक में दो सीनियर सेकेंडरी और दो हाई स्कूल हैं। इसमें से भिवानी रोड स्थित वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में ही इनफरेमेशन मैनेजर लगा है। दूसरा स्कूल कच्चा बेरी रोड स्थित कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है। इसमें अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई है। स्कूल के प्राचार्य राजकुमार शर्मा का कहना है कि अभी स्कूल में भवन निर्माण कार्य चल रहा है। कंप्यूटर लैब भी बंद पड़ी है जल्द ही सूचना प्रबंधक की नियुक्ति हो जाएगी। उधर मॉडल टाउन और गांधी कैंप स्थित उच्च विद्यालयों में भी पद खाली पड़े हैं।
सूचना प्रबंधक के कार्य
- कंप्यूटरों की जांच करवाना और इसमें नई सुविधाएं लाना।
- प्रबंधन और संसाधनों की सूचना को वेबसाइट पर अपडेट करना।
- स्कूल के कंप्यूटर लैब को सुविधाओं से परिपूर्ण करना।
- पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की सूची तैयार करना, नए पुस्तक मंगवाना और छात्रों को बांटना
- शिक्षा सेतू योजना के तहत प्रत्येक छात्र का रोल नंबर और उससे संबंधित जानकारी एकत्रित करना और शिक्षा विभाग तक पहुंचाना।
- गतिविधियों को हार्ड डिस्क में संभाल कर रखना। ...hb
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