तोशाम : मिडिल हैड को अब वेतन के लाले पडऩे का मामला सामने आया है। शिक्षा विभाग द्वारा हाल ही में पदोन्नति के आधार पर प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में हजारों मिडिल हैड तैनात किये गये थे। तोशाम खण्ड के करीबन चार दर्जन मुख्याध्यापकों का वेतन एक माह से रूका होने की बात सामने आई है। और अगला माह शुरू होने वाला है लेकिन उन्हें अपना वेतन मिलने की कोई आस दिखाई नहीं दे रही है। वहीं विभाग के अधिकारी बजट की कमी बताकर अपना पल्ला झाड़ रहे हंै तो मिडिल हैड मौलिक मुख्याध्यापक के पद पर पदोन्नत हुए अध्यापकों की खुशी वेतन नहीं मिलने के कारण गायब हो गई है।
ज्ञात होगा कि गत जून माह में शिक्षा विभाग ने पांच हजार से अधिक अध्यापकों को पदोन्नत कर मिडिल हैड बनाया गया था। इन मुख्याध्यापकों को कक्षा पहली से आठवीं तक का इंचार्ज बनाकर सर्वशिक्षा अभियान व शिक्षा का अधिकार अधिनियम को लागू करने की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन विभाग के स्पष्ट आदेश नहीं आने के कारण उक्त हैड अपने कार्य व अधिकारों के प्रति असंमजस में हैं, वहीं उन्हें अपना वेतन पाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। विभाग ने जैसे तैसे कर इन मिडिल हैड का एक महिने का वेतन योजना मद से निकलवा दिया, लेकिन इस मद में भी बजट खत्म होने के कारण एक महिने से इनका वेतन अटका हुआ है तथा दूसरा महिना शुरू होने को है ।
क्या कहते हैं अधिकारी :
इस बारे में खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी जयपाल फौगाट ने कहा कि मिडिल हैड का वेतन योजना मद से निकाला जाता है लेकिन बजट के अभाव में कुछ मुख्याध्यापकों का वेतन नहीं निकल पाया है। उन्होंने विभाग से बजट की मांग की हुई बजट आते ही सबका वेतन निकलवा दिया जाएगा। ...dt
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