** डीईईओ कार्यालय का गड़बड़झाला भ्रष्टाचार के खिलाफ अध्यापक सड़क पर उतरे
अम्बाला सिटी : गुरुवार का दिन अम्बाला शिक्षा विभाग के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। विभाग में यह पहला मौका है कि जब अध्यापकों ने किसी जिला शिक्षा अधिकारी का पुतला जलाया हो। धरने प्रदर्शन तो कई देखे। कभी किसी ने डीईईओ के पुतले की अर्थी निकलती नहीं देखी।
विभाग में ही 36 साल से नौकरी कर रहे एक कर्मचारी की बात सुनकर सब अध्यापक ध्यानमग्न होकर इतिहास टटोलने लगे। कई वरिष्ठ अध्यापक बोले- इसकी बात में सच्चाई है। इससे पहले वे अन्य डीईईओ व डीईओ के खिलाफ मांगों को लेकर केवल धरने और प्रदर्शन तक ही सीमित रहे हैं। अम्बाला के 643 स्कूलों के फंड के दुरुपयोग मामले में अध्यापकों ने साढ़े तीन बजे डीईओ कार्यालय में प्रदर्शन किया। तत्पश्चात डीईईओ डॉ. परमजीत शर्मा के पुतले की अर्थी को चार अध्यापकों ने कंधा दिया। पुतले की अर्थी को अग्नि भेंट करने लगे तो कुछ अध्यापक बोले कि पुतले को पहले 9 लाख 92 हजार रुपए के गड़बड़झाले का सामान तो खिलाओ। पहले पुतले के मुंह में चॉक डाला गया और फिर टॉयलेट क्लीनर भी डाला गया। एक अध्यापक ने श्रद्धा अर्पित करते हुए दस रुपए का माथा भी टेका। उसके बाद पुतले को आग लगाई गई। तत्पश्चात अध्यापक नारेबाजी करते हुए डीसी को ज्ञापन सौंपने चले गए। डीसी की अनुपस्थिति में सिटी मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन लिया। उन्होंने डीसी का संदेश दिया कि वे उनसे मिलना चाहते हैं। तब अध्यापकों का एक प्रतिनिधिमंडल रुक गया। देर शाम डीसी ने प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की।
डीसी ने आश्वासन दिया
"मेरे पास पहले भी शिकायत आ चुकी है। एसडीएम इसकी जांच कर रहे हैं। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"-- केएम पांडुरंग, डीसी अम्बाला।
वीडियो रिकार्डिंग कर रहे दो लोगों को पकड़ा
प्रशासन ने प्रदर्शन की रिकार्डिंग के लिए किसी की ड्यूटी नहीं लगाई थी। जलबेहड़ा रोड से दो व्यक्ति फोटोग्राफी और वीडियो रिकार्डिंग कर रहे थे। इसकी भनक अध्यापकों को पहले से ही थी। धरने के दौरान अध्यापक दोनों को पकड़ कर मंच पर लाए। दोनों ने सबके सामने कबूला कि नग्गल क्षेत्र के एक सरपंच ने उन्हें यह जिम्मेदारी दी थी। सरपंच से डीईओ ने अनुरोध किया था। इसके बाद अध्यापकों ने शेम-शेम के नारे लगाते हुए दोनों को वहां से रवाना कर दिया। हालांकि अध्यापकों का डीईओ से आमना-सामना नहीं हो पाया क्योंकि डीईओ बुधवार से अवकाश पर चल रही हैं।
'भ्रष्टाचार का नया आयाम...'
प्रदर्शन के दौरान अध्यापकों ने 'भ्रष्टाचार का नया आयाम, 26 रुपए चॉक का दाम' के खूब नारे लगाए। इसके अतिरिक्त 'भ्रष्ट शिक्षा अधिकारी स्कूलों की राशि खा गईं' और 'कैसा ये शिक्षा का अधिकार भ्रष्ट अधिकारी करें व्यापार' के नारे लगाए। साथ ही सामान खरीदने के लिए बनाई गई जिला परचेज कमेटी में शामिल प्रिंसिपलों के नाम लेकर उनकी खूब खिल्ली उड़ाई गई। कोई अप्रिय घटना न घटे इसलिए जिला शिक्षा विभाग ने पहले ही पुलिस से सुरक्षा मांगी थी।
धरने में ये अध्यापक संघ रहे
धरने में हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ संबंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के राज्य प्रधान कुलभूषण शर्मा, जिला प्रधान हमीर सिंह, मुख्य सलाहकार अश्विनी शर्मा, प्रदीप सरीन, विक्रम भट्टी, राजीव शर्मा, राज्य उपप्रधान सुदेश वालिया, पीटीआई एसोसिएशन के प्रधान जसपाल राणा, राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला प्रधान हरदेव सिंह सरों, ड्राइंग शिक्षक संघ, संस्कृत शिक्षक संघ, पंजाबी शिक्षक संघ, हिंदी व मुख्याध्यापक संघ के पदाधिकारियों सहित सुखदेव राज, टहल सिंह, चमनलाल कौशिक, रामकुमार सैनी, इंद्रजीत भट्ट, नरेंद्र मोहड़ा, अवतार सिंह, मुकेश कुमार, जाविद, हरीश शर्मा, विनोद सैनी, कर्मवीर, सुशील कुमार व आजाद सिंह भी उपस्थित थे। ...db
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