गुडग़ांव : प्रदेश के सरकारी स्कूलों को शैक्षणिक और प्रशासनिक स्तर पर बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत एक गैर सरकारी संगठन को स्कूलों का सर्वे कर बच्चों के पढ़ाई का स्तर जांचने व अन्य सुविधाओं पर रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। सोमवार को स्टेट काउंसिल फॉर एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) गैर सरकारी संगठन के साथ शिक्षा वित्तायुक्त सुरीना राजन, शिक्षा निदेशक सेकंडरी चंद्रशेखर और शिक्षा निदेशक प्राथमिक डी सुरेश ने बैठक की। इस दौरान एनजीओ सदस्यों द्वारा दो सप्ताह में तैयार रिपोर्ट पर चर्चा की गई। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की कंसल्टेंट अदिति ने बताया कि उन्होंने दो सप्ताह में मेवात और गुडग़ांव के 18 सरकारी स्कूलों का सर्वे किया है। यह सर्वे तीन महीने में पूरा करना है। इनमें किन-किन पहलुओं पर और ध्यान देना है इस बारे में शिक्षा अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। शिक्षा वित्तायुक्त सुरीना राजना ने बताया कि सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले स्टूडेंट्स का लेवल क्या है, उन्हें क्लास में कितना समझ आता है, कहां कमी है, क्या सुविधाएं मिलनी चाहिए, इंफ्रास्ट्रक्चर में कहां कमी है, जैसे मुद्दों पर सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्यवाही की जाएगी। ...db
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