चंडीगढ़ : शिक्षक दिवस पर राजभवन में राज्यपाल के हाथों राज्य पुरस्कार से सम्मानित चार अपात्रों को अन्य पुरस्कृत शिक्षकों के समान दो साल का सेवा विस्तार और दो वेतनवृद्धि का लाभ नहीं मिलेगा। यह फैसला शिक्षा विभाग ने लिया है।
शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने बताया कि इन लोगों को इसलिए सम्मानित करवाया गया क्योंकि इन्होंने शिक्षा का अधिकार (आरटीई) व दूसरे अन्य अभियानों में बहुत अच्छा काम किया था। केंद्र ने भी इनके काम को सराहा है।
वैसे ये मूलत: लेक्चरर ही हैं, लेकिन फिलहाल टीचिंग के बजाय अन्य काम कर रहे हैं। इसी वजह से विभाग ने फैसला किया है कि इन्हें अन्य शिक्षकों को दिए जाने वाले लाभ नहीं दिए जाएंगे। हालांकि शिक्षामंत्री ने माना कि ये चारों सम्मान के लिए तय मापदंड पूरे नहीं करते।
ये थे मापदंड :
स्कूल शिक्षा निदेशालय के 5 जुलाई, 2013 को जारी परिपत्र के अनुसार प्रशासनिक अधिकारी, निदेशक स्टाफ, एससीईआरटी, डीईओ, डीआईईटी और उनका स्टाफ शिक्षक सम्मान पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं कर सकता। साथ ही आवेदक को 15 साल का टीचिंग अनुभव होना चाहिए था।इन्हें लाभ नहीं
प्रताप सिंह और नंदकिशोर : क्योंकि ये स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिचर्स एंड ट्रेनिंग (एससीईआरटी) में काम कर रहे थे।
बालकृष्ण और प्रमोद कुमार: क्योंकि ये शिक्षण कार्य नहीं कर रहे थे। ...db
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