सिरसा : हिंदी अध्यापक संघ के जिला प्रधान सत्य नारायण ने कहा कि प्रदेश सरकार हिंदी अध्यापकों के साथ भेदभाव पूर्ण नीति अपना रही है। एक तरफ तो हिंदी पखवाड़ा मनाया जा रहा है। दूसरी तरफ प्रदेश प्रदेश राजकीय स्कूलों में हिंदी अध्यापकों के पद समाप्त करने पर तुली है। जिला प्रधान सत्य नारायण रविवार को चौ. देवीलाल टाउन पार्क में लंबित मांगों को लेकर बैठक में विचार विमर्श करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि हिंदी अध्यापकों के पद समाप्त करने पर सरकार तुली है। इससे किस प्रकार हिंदी का विकास होगा। यह एक बहुत ही विचारनीय प्रश्न है कि सरकार राजभाषा को समाप्त कर रही है। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की मांग सभी माध्यमिक विद्यालयों में हिंदी अध्यापक का पद प्राथमिकता के आधार पर स्वीकृत किया जाए, जो हिंदी अध्यापक प्रभाकर, बीए प्लस ओटी हिंदी है। उन्हें मिडल हैड के पद पर पदोन्नति दी जाए, माध्यमिक विद्यालयों में पहला पद संस्कृत का है दूसरा हिंदी का है। तीसरा पद, संस्कृत का वर्क लोड न होने पर भी संस्कृत का पद स्वीकृत है जो कि सरासर गलत है। तीसरा पद भी हिंदी अध्यापक का ही होना चाहिए। ...db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.