**निजी स्कूल संचालकों से एमएलए के बर्ताव की निंदा
**गैर मान्यता स्कूलों को तालाबंदी का नोटिस देने के विरोध में संचालकों की सरकार को चेतावनी
रोहतक : प्रदेश सरकार सूबे से शिक्षा व रोजगार उपलब्ध करवाने वाले निजी स्कूलों को गलत नीतियों के कारण नुकसान पहुंचा रही है। यह कहना है भाजपा के जिलाध्यक्ष रमेश भाटिया का। साथ ही उन्होंने एमएलए का निजी स्कूल संचालकों से बर्ताव पर पार्टी की ओर से घोर निंदा की। भाटिया ने कहा कि अपनी फरियाद लेकर पहुंचे जिले के निजी स्कूल मालिक एमएलए बीबी बतरा ने उनसे बात तक नहीं की व उनसे गलत बर्ताव करना सभ्यता नहीं है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। एमएलए जन प्रतिनिधि है। वह ये भूल गए है। उन्होंने कहा जिले भर में 1000 से अधिक निजी स्कूल हैं, जो यहां के विद्यार्थियों को शिक्षा व शिक्षकों को रोजगार उपलब्ध करा रहे हैं। सरकार के फैसले से लाखों बच्चों का भविष्य प्रभावित होगा।
प्रदेश के 1372 गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को तालाबंदी का नोटिस देने के विरोध में सोमवार दोपहर को जिले के सैकड़ों निजी स्कूल संचालक लघु सचिवालय में उपायुक्त से मिलने पहुंचे। उपायुक्त की अनुपस्थिति में उन्होंने डीडीपीओ अजय मिश्रा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
स्कूल संचालकों ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगों पर सकारात्मक रुख नहीं अपनाया तो वे राज्यभर के सभी मान्यता व गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद कर अभिभावकों और बच्चों के संग सड़कों पर उतरेंगे और अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर देंगे।
इसके बाद, हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू के नेतृत्व में निजी स्कूल संचालक कलानौर की विधायक शकुंतला खटक से उनके कार्यालय पर मिले। विधायक ने स्कूल संचालकों को आश्वासन दिया कि वे उनके अधिकारों के लिए मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री से वकालत करेंगे।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर नरेंद्र सेठी, ऋषिराज, राजबीर ढाका, अनिल कुंडू, श्रीभगवान, सरोज मलिक, सपना, नंदा, डिंपल मोंगिया, राजू कसरेंटी, मैनपाल, सुभाष चुघ, देवेंद्र वशिष्ट व सुमित चावला मौजूद रहे।
जिम्मेदारी से पीछे हटे विधायक बत्तरा : प्रदेशाध्यक्ष
छोटूराम धर्मशाला में दोपहर 1 बजे हुई बैठक में सत्यवान कुंडू ने कहा कि दिल्ली में सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा से हुई मुलाकात में उन्होंने खुद विधायक की जिम्मेदारी लगाई थी कि वे उनकी समस्या का समाधान करेंगे, लेकिन अब विधायक अपनी जिम्मेदारी से पीछे हट गए हैं।
कुंडू ने कहा कि प्रदेश में करीब दस हजार स्कूल गैर मान्यता प्राप्त हंै। ऐसे में सिर्फ 1372 गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों को बंद करने का फैसला न्यायसंगत नहीं है। जब तक उन्हें मोहलत नहीं मिल जाती है, तब तक उनका ये संघर्ष जारी रहेगा। ....db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.