लोहारू/बहल : शुक्रवार से शुरू हुई दसवीं की बोर्ड परीक्षा में स्कूल मुखियाओं की खूब परेड हुई। इसमें जहां सिवानी तहसील के अंतिम छोर के गांव लीलस के स्कूल मुखिया को लोहारू के बीईओ कार्यालय से परीक्षा सामग्री लेनी पड़ी वहीं लोहारू के नजदीकी गांव झुप्पा कलां को लोहारू की बजाए सिवानी के बीईओ कार्यालय से प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिकाएं लेनी पड़ी हैं। बहल खंड के सिधनवा व गोकलपुरा के प्राइवेट स्कूलों को लोहारू तथा इसी खंड के शेरला स्कूल को भिवानी से प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिकाएं लेकर आनी पड़ी। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने परीक्षाओं के बहिष्कार की धमकी दी है।
सिवानी क्षेत्र के स्कूल मुखियाओं को लोहारू से परीक्षा सामग्री लेने के लिए जाना था। लोहारू में प्रश्न पत्र साढ़े 10 बजे परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचे। इसके कारण परीक्षा निर्धारित समय से करीबन आधा से एक घंटा देरी से शुरु हो पाई। ढिगावा के नजदीकी गांव श्यामकलां के स्कूल मुखिया को परीक्षा सामग्री सिवानी से लानी पड़ी है। अध्यापक संघ के ब्लॉक सचिव सत्यवान भूंगला, संघ के जिला प्रधान रामफल डूडी आदि पदाधिकारियों ने कहा कि वे इस मामले में शीघ्र ही एक बैठक करेंगे। उसमें बोर्ड को उसके तुगलकी फरमान वापस लेने की मांग की जाएगी। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे परीक्षाओं का बहिष्कार कर दिया जाएगा।
** बाढड़ा खंड के 64 स्कूलों में दोपहर एक बजे बाद शुरू हो पाई परीक्षा
भिवानी/चरखी दादरी/ बाढड़ा : मैट्रिक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा के पहले ही दिन अव्यवस्था का आलम देखने को मिला। अनेक परीक्षा केंद्रों में तो सुबह 11 बजे होने वाली परीक्षा एक से डेढ़ बजे शुरू हो पाई। बोर्ड प्रशासन का कहना है कि गलती को सुधार लिया गया है। ऐसा दोबारा नहीं होगा।
शुक्रवार को पहला हिंदी का पेपर था। परीक्षा 11 बजे शुरू होनी थी तथा दोपहर डेढ़ बजे समाप्त होनी थी। मगर दादरी ब्लॉक के कई स्कूलों तथा बाढड़ा ब्लॉक के सभी स्कूलों में परीक्षा एक बजे से पहले शुरू नहीं हो पाई। बाढड़ा ब्लॉक के सभी प्रश्न पत्र दादरी बीईओ ऑफिस पहुंच गए तथा दादरी के कई स्कूलों के प्रश्न पत्र भिवानी व बाढड़ा पहुंच गए। जब तक इस बात का पता चलता 11 बज चुके थे।
अधिकारियों ने फटाफट प्रश्पत्र सही जगह पर पहुंचाने की व्यवस्था की। ऐसा करने में एक बज गया। उसी तरह बहल के लगभग एक दर्जन स्कूलों को भिवानी व सिवानी ब्लॉक में डाल दिया गया। इससे प्रश्न पत्र पहुंचने में देरी हुई। यह स्थिति अकेले भिवानी की नहीं अपितु प्रदेश भर में बनी हुई थी।
बीईओ बाढड़ा अजित सिंह ने बताया कि इसमें बोर्ड की गलती है। बाढड़ा स्कूलों के प्रश्न पत्र के बंडल को दादरी उतार दिया। जितनी जल्दी हमारे से व्यवस्था हो सकी, उसी अनुसार हमने परीक्षा करवा दी है।..db
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