.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Thursday, 19 September 2013

अब फेल को फेल कहेगा शिक्षा बोर्ड!

भिवानी : एक से अधिक विषयों में फेल हुए तो फेल ही हो जाओगे। पीएआर (पार्शियल अचीवमेंट रिजल्ट) घोषित करने के सिस्टम में बदलाव करने की तैयारी शुरू हो गई है। एक विषय में कंपार्टमेंट वाले छात्रों को राहत दी जा सकती है। संभावना है कि शिक्षा बोर्ड निदेशक मंडल की अगली बैठक में ये मुद्दे रखे जाएंगे।वर्तमान में एक से अधिक विषयों में फेल होने पर पीएआर (पार्शियल अचीवमेंट रिजल्ट) देने की प्रणाली लागू है। शिक्षा बोर्ड प्रशासन वर्षो पूर्व ही फेल सिस्टम को अलविदा कह चुका है, लेकिन इससे छात्रों को फायदा होने की बजाय नुकसान हो रहा है। जिन छात्रों को पीएआर दिया जाता है, उन्हें अगली कक्षा में दाखिला नहीं दिया जाता और न ही वे उसी कक्षा में पढ़ाई कर पाते हैं। ऐसे में वह प्राइवेट उम्मीदवार के तौर पर ही परीक्षा दे सकते हैं। इस सिस्टम में फेल शब्द का इस्तेमाल तो बंद हो गया पर छात्रों की स्थिति इससे भी खराब हो रही है। सूत्र बताते हैं कि अब शिक्षा बोर्ड इस सिस्टम में बदलाव करने पर विचार कर रहा है, ताकि छात्रों को इस असमंजस में डालने की बजाय सीधे स्थिति स्पष्ट कर दी जाए। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. अंसज सिंह ने बताया कि इन सुझावों को वह अगली निदेशक मंडल की बैठक में रखेंगे। निदेशक मंडल की मुहर लगी तो यह फैसला संभव है। 
ये हो सकते हैं बदलाव
एक विषय में फेल होने वाले छात्रों को प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा तक इंतजार करवाने की बजाय वार्षिक परीक्षा परिणाम की घोषणा के तुरंत एक माह बाद ही परीक्षा का मौका दिया जाए। एक से अधिक विषय में फेल होने पर पीएआर घोषित करने की बजाय सीधे फेल कर उसी कक्षा में दाखिला दिया जाए, ताकि वह दोबारा पढ़ाई को सुचारु रूप से चला सके। 

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.