रोहतक : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय का एक हैरतअंगेज कारनामा सामने आया है। पेपर होने से पहले ही मार्कशीट तैयार कर दी। शायद एमडीयू को परिणाम निकालने की ‘जल्दी’ थी। पहले तो वेबसाइट पर डाले परीक्षा परिणाम में 45 छात्रों को पास दिखाया दिया अब आठ माह बाद उन्हें फेल करार दिया। हैरत की बात तो यह है कि अब भी विश्वविद्यालय अपनी गलती को सुधार नहीं रहा है। अधिकारी वकर्मचारी तरह-तरह के बहाने बना रहे हैं।
यह मामला एक निजी कालेज के मार्फत मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) की परीक्षा दे चुके छात्रों से जुड़ा है। एमडीयू द्वारा आठ महीने पहले जारी हुए परिणाम में इन छात्रों को पास दिखाया था जबकि अब उन्हें भेजी गई मार्कशीट में 45 छात्र फेल कर दिये गये। कॉलेज में भेजी गई मार्कशीट 18 सितम्बर, 2012 को तैयार की गई और 10 सितम्बर, 2013 को जारी की गई। हैरानी की बात यह है कि परीक्षा होने से पहले ही मार्कशीट जारी कर दी गई।
शहर के अशोका चौक के नजदीक स्थित महावीर कालेज की एमडीयू रोहतक से संबद्धता रही है। दूरस्थ शिक्षा के तहत उनके 100 से ज्यादा छात्रों के दाखिले मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) में जनवरी 2012 में हुए थे। बाद में हुई परीक्षा के बाद दिसंबर 2012 में परिणाम जारी कर दिया गया। एमडीयू की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए गए परिणाम में कालेज प्रबंधन ने प्रत्येक छात्र के प्रिंटआउट निकाल लिए ताकि दाखिला व आगामी प्रक्रिया में उसका उपयोग किया जा सके। लेकिन बुधवार को एमडीयू द्वारा कालेज को भेजी गई मार्कशीट ने कालेज प्रबंधन व परीक्षार्थियों के होश उड़ा दिए। एक तो मार्कशीट पहले ही पहले ही आठ महीने की देरी से आई और उसमें भी 45 छात्रो को फेल दर्शा दिया। हद तो तब हो गई जब विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा परिणाम घोषित होने से पहले ही मार्कशीट तैयार कर दी। कॉलेज में भेजी गई मार्कशीट 18 सितम्बर, 2012 को तैयार की गई और 10 सितम्बर, 2013 को जारी की गई। यानी परीक्षा होने से पहले ही मार्कशीट जारी कर दी गई।
यही नहीं संबंधित कालेज के को-आर्डीनेटर ने जब विवि के अधिकारियों को इस खामी बारे अवगत कराया तो उन्होंने जवाब देने की बजाए कथित तौर पर ‘सेवा पानी’ की मांग की।
"संबंधित पक्ष उनके संज्ञान में मामला लाएगा तो वह निश्चित तौर पर इसकी जांच कराएंगे और अगर परिणाम में कहीं पर खामी रही होगी तो उसे दूर कराया जाएगा।"--एमडीयू रोहतक के परीक्षा नियंत्रक डा. बीएस सिन्धु ....dt
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