**मास्टर और लेक्चरर आमने-सामने
**हसला की मांग पर शिक्षामंत्री ने कहा- जल्दी बनाएंगे कमेटी
चंडीगढ़: प्रदेश में स्कूल प्राचार्य के पदों पर पदोन्नति के मौजूदा नियमों और मानदंडों की समीक्षा होगी। इसके लिए जल्दी ही शिक्षा विभाग के अफसरों की एक कमेटी बनाई जाएगी जो तय समय में अपनी रिपोर्ट देगी। यह फैसला मंगलवार को शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल के साथ हुई हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) के प्रतिनिधियों की बैठक में लिया गया। शिक्षा मंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार हसला की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी।
स्कूल प्राचार्य के पद पर प्राध्यापकों और हेडमास्टरों के प्रमोशन के अनुपात संबंधी हसला की मांग पर भुक्कल ने कहा कि इसके लिए मौजूदा नियमों व मानदंडों की समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में कोई भी फैसला सभी पक्षों के हितों को ध्यान में रखते हुए ही लिया जाएगा।
चंडीगढ़ में मंगलवार को हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करतीं शिक्षामंत्री गीता भुक्कल।
ये है विवाद :
शिक्षा विभाग ने स्कूलों में हेडमास्टरों के पदों पर पदोन्नति के लिए हाल ही में आवेदन मांगे हैं। हसला जहां हाई स्कूलों से हेडटीचर का पद खत्म करने की मांग कर रही है वहीं इस मांग का विरोध करने वाले मास्टर वर्ग का कहना है कि शिक्षा व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए इन पदों को पदोन्नति से ही भरा जाए।
हसला के तर्क :
हसला के तर्क :
हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन (हसला) का कहना है कि कम योग्य हेडमास्टर मात्र साढ़े तीन साल की सेवा के बाद प्रमोशन के जरिये प्राचार्य बन जाते हैं, जबकि लेक्चरर 20 साल की सेवा के बाद भी इस पद पर प्रमोट नहीं होते। हसला ने विभाग की ओर से हाल ही में हेडमास्टर के पदों के लिए मांगे गए पदोन्नति के केस पर भी सवाल खड़े करते हुए इस पद को ही खत्म करने की मांग की है।
मास्टरों का तर्क :
हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन का कहना है कि एक हजार से अधिक हाई स्कूलों में मुख्याध्यापक नहीं हैं। बिना मुखिया स्कूल का मैनेजमेंट संभव नहीं इसलिए मांगे गए प्रमोशन के केस सही हैं। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रमेश मलिक ने कहा कि विभाग स्कूलों में थ्री-टीयर सिस्टम लागू करना चाहता है इसलिए हाई स्कूलों को एकदम बंद नहीं किया जा सकता। जब तक यह व्यवस्था नहीं होती, स्कूलों में मुख्याध्यापक होने जरूरी हैं। ....db
हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन का कहना है कि एक हजार से अधिक हाई स्कूलों में मुख्याध्यापक नहीं हैं। बिना मुखिया स्कूल का मैनेजमेंट संभव नहीं इसलिए मांगे गए प्रमोशन के केस सही हैं। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रमेश मलिक ने कहा कि विभाग स्कूलों में थ्री-टीयर सिस्टम लागू करना चाहता है इसलिए हाई स्कूलों को एकदम बंद नहीं किया जा सकता। जब तक यह व्यवस्था नहीं होती, स्कूलों में मुख्याध्यापक होने जरूरी हैं। ....db
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