** हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की वेबसाइट पर डाले अनुक्रमांक
** पॉलिसी के मुताबिक नहीं मिला स्कूल
खरखौदा : जिन 293 चयनित जेबीटी ने व्यक्तिगत
सत्यापन में हिस्सा नहीं लिया था और आयोग ने ऐसे चयनित की नियुक्ति रद्द
करने का फैसला लिया था। ऐसे 293 चयनित जेबीटी को एक अंतिम अवसर दिया है।
उन्हें 1, 4 5 नवंबर को पंचकूला आयोग कार्यालय में पहुंचकर जांच कराने के
लिए बुलाया गया है।
2014 में जारी की गई जेबीटी की भर्ती कानूनी दांव
पेंच में उलझी जिसके बाद चयनित उम्मीदवारों के एचटेट-2011 की विशेष जांच की
गई। चयनित उम्मीदवारों के शारीरिक सत्यापन एवं दस्तावेजों को हरियाणा
शिक्षा बोर्ड भिवानी में व्यक्तिगत तौर पर बुलाकर सत्यापन किया गया।
अंगूठों के नमूने हस्ताक्षरों की जांच लैब में कराने के लिए कई मौके देने
के बाद भी 293 चयनित ने इस जांच में हिस्सा नहीं लिया। एक रिट पिटीशन के
मुताबिक रद्द किए गए चयनित आवेदकों को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने एक और
मौका दिया है। इसके तहत संबंधित आवेदक 1, 4, 5 नवंबर को हरियाणा कर्मचारी
चयन आयोग पंचकूला में आयोग कार्यालय में सुबह 9 बजे व्यक्तिगत तौर पर
पहुंचकर शारीरिक सत्यापन करवा सकता है। इसके बाद कोई मौका नहीं मिलेगा।
हुड्डा
सरकार के कार्यकाल के दौरान हुई 9870 पीआरटी अध्यापकों की भर्ती कोर्ट की
लंबी लड़ाई के बाद सिरे चढ़ी है। भाजपा सरकार ने 3 मई 2017 को हजारों चयनित
अध्यापकों को जांच के बाद जॉइनिंग देकर उनकी सेवाएं शुरू की हुई हैं। जिससे
प्राथमिक स्कूलों में अध्यापकों की कमी दूर हुई है।
सरकारी की पॉलिसी
के मुताबिक तो महिलाओं को स्टेशन अलाॅट हुए और ही शारीरिक विकलांगों को।
जिस कारण झज्जर के मातलहेल गांव निवासी एक विकलांग जेबीटी अध्यापक नरेंद्र
सताना की झज्जर से पानीपत स्कूल में पहुंचते वक्त सड़क हादसे में मौत भी हो
चुकी है। जबकि सरकार की पॉलिसी के मुताबिक उसे उसके गांव से 5 से 10
किलोमीटर के दायरे में स्कूल दिया जाना चाहिए था, जबकि उसे पानीपत में डाहर
प्राथमिक स्कूल अलाट था। इससे अध्यापकों में गहरा रोष है।
"लो मेरिट
को जल्द जॉइनिंग कराया जाना चाहिए, स्थाई जिला मिलने के कारण भी बहुत सी
महिलाओं को 50 से 100 किलोमीटर के दायरे में जॉइनिंग मिली है। जो कि अभी तक
स्थाई जिला अलाट होने के कारण चयनित को काफी परेशानी हो रही है। शिक्षा
विभाग को चाहिए कि जल्द इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे चयनित सभी पात्रों को
जल्दी जॉइनिंग करवाई जाए स्थाई जिला अलाट करवाया जाए, ताकि महिलाएं एवं
विकलांग सड़क हादसों से बच सके। उन्हें रोजाना 50 से 100 किलोमीटर की यात्रा
ना करनी पड़े। अब धुंध के कारण भी इनकी परेशानी ओर बढ़ेगी। एक विकलांग चयनित
जेबीटी अध्यापक की सड़क हादसे में मौत भी हो चुकी है"-- नरेंद्र दहिया,
प्रधान राजकीय प्राथमिक अध्यापक समिति हरियाणा।
जिन आवेदकों का चयन
रद्द किया गया है, उन सभी 293 आवेदकों की सूची आयोग की वेबसाइट डाली गई है।
जिसके मुताबिक 44400019 से 4440006121 तक 1 नवंबर को, 44406221 से
44414572 तक 4 नवंबर को 44414612 से 44420237 तक 5 नवंबर को अपना सत्यापन
पंचकूला आयोग के कार्यालय में पहुंचकर दे सकते हैं।
जॉइनिंग
के बाद अभी तक नहीं मिला स्थाई जिला :
पीआरटीभर्ती में चयनित हुए हजारों
उम्मीदवारों को जॉइनिंग तो मिल चुकी है, लेकिन स्थाई जिला नहीं मिला है। इस
कारण कई जिलों के स्कूल ऐसे हैं, जहां पर प्राथमिक अध्यापकों की कमी है और
कई स्कूल ऐसे हैं, जहां पर नई भर्ती होने के बाद अध्यापक सरप्लस हो गए
हैं। ऐसे में चयनित को स्थाई जिला दिए जाने के बाद प्रदेश के किसी भी जिले
में प्राथमिक अध्यापकों की कमी नहीं रहेगी।
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