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Monday, 20 November 2017

सीएम सिटी सहित प्रदेश के सभी जिले लर्निग लेवल में फेल

** सोनीपत एक फीसद अंक से चूका, महेंद्रगढ़ दूसरे तो झज्जर तीसरे स्थान पर रहा, मेवात आखिरी पायदान पर
हिसार : प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों में सितंबर माह की परीक्षा परिणाम ने सरकार को आइना दिखा दिया है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों का आउट कम लर्निंग लेवल को परखने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया था, जिसमें सितंबर माह में होने वाली अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम में तीन विषयों पर विद्यार्थियों का मूल्यांकन करना था, साथ ही यह भी जांचना था कि प्रदेश में कौन सा जिला, किस पायदान पर है। 
इसके लिए सरकार ने नियम बनाया कि फीसद अंक प्राप्त करने वाले स्कूल को सक्षम घोषित किया जाएगा। मगर जब सर्वे की रिपोर्ट आई तो सभी तथ्य चौंकाने वाले थे। रिपोर्ट के अनुसार जिलों में से एक भी जिला फीसद अंक को छू तक नहीं पाया। जिस कारण सरकार को मजबूरी में 59 फीसद अंक प्राप्त करने वाले सोनीपत जिले को टॉप घोषित करना पड़ा, जबकि मेवात 29 फीसद अंक प्राप्त कर सबसे निचले पायदान पर रहा। इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश में विद्यार्थियों का आउट कम लर्निंग लेवल वाकई निराशाजनक है। प्रदेश में टॉपर्स सोनीपत भी निर्धारित मानक अंक पर खरा नहीं उतर पाया है। तो अन्य जिलों का आंकलन करना तो दूर की बात है। 
ऐसे करना था लर्निंग लेवल का मूल्यांकन: 
आउट कम लर्निंग लेवल को परखने के लिए सरकार ने तीन विषयों को चुना था, जिनमें गणित, विज्ञान और अंग्रेजी विषय शामिल थे। इसके लिए सरकार ने पहली से लेकर आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को चुना था। जिससे पता लगाया जा सके कि प्राइमरी से लेकर हाई स्कूलों में पढ़ने वाले मासूमों के आउट कम लर्निंग लेवल को जांचा जा सकें।
लेवल जांचने की इसलिए पड़ी जरूरत: 
सरकार को सरकारी स्कूलों के बच्चों का लर्निंग लेवल जांचने की इसलिए जरूरत पड़ी क्योंकि जैसे-जैसे बच्चे पास होकर अगली कक्षा में जाते हैं तो उनको पिछली कक्षा में सिखाई चीजें याद नहीं रहती। जिसके कारण वे फेल हो जाते हैं या अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते। इसलिए सरकार ने फैसला लिया था कि विद्यार्थी जिस कक्षा में है उसी में ही उसका लर्निंग लेवल सुधारा जाए। 
हिसार के नारनौंद ब्लॉक का परिणाम रहा निराशाजनक 
सरकार ने ब्लॉक स्तर से इस सर्वे की शुरुआत की थी, जिसमें हिसार जिले में तीनों विषयों में 75 फीसद अंक प्राप्त करने वाले आदमपुर और हांसी द्वितीय प्रथम स्थान पर रहे। इन दोनों ब्लॉकों ने 16-16 फीसद अंक प्राप्त किया, जबकि नारनौंद में 12 फीसद विद्यार्थी ही 75 फीसद अंक प्राप्त निराशाजनक परिणाम पर रहे। इससे निपटने के लिए सरकार ने हर विषय में बेहतर बढ़त बनाने के लिए संबधित क्षेत्र के सभी स्कूलों के हेड शिक्षकों को उचित निर्देश दिए है। 
"इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने तेजी से कदम उठाने शुरु कर दिए हैं। जिला स्तर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्कूलों में बेहतर शिक्षा देने के लिए निर्देश दिए है। ताकि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाला विद्यार्थी किसी भी क्षेत्र में पिछड़े न रहे।"-- देवेंद्र, जिला प्रोजेक्ट को-ओर्डिनेटर, शिक्षा विभाग

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