बिलासपुर : हरियाणा शिक्षा विभाग की ओर से दसवीं व बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए फार्म भरने के लिए विभाग की ओर से ऑनलाइन आवेदन करना था। जिसे जैस तैसे कर स्कूल संचालकों ने समय पर बच्चों बोर्ड परीक्षाओं के बच्चों के आवेदन तो कर दिए, लेकिन अब उन्ही बच्चों की करेक्शन लिस्ट विभाग की ओर से शिक्षा विभाग की साइट पर डाल दी गई है। जो कि स्कूली अध्यापकों के लिए जी का जंजाल बन चुकी है। विभाग के द्वारा बच्चों की जानकारी को सही करने के लिए स्कूल अध्यापकों ने जैसे ही साइट को ओपन किया तो वहां बच्चे की जानकारी भरे फार्म को देखकर अध्यापक असमंजस की स्थिति में आ गए है। बच्चों की अंग्रेजी में भरी जानकारी तो सही थी लेकिन हिंदी में प्रत्येक बच्चे का नाम उसके माता पिता के नाम में गलती थी। अध्यापकों ने बताया कि उन्होंने प्रत्येक बच्चे की नाम व अन्य जानकारी को हिंदी में नए सिरे से भरा है। क्योंकि विभाग की ओर हिंदी में जो नाम व जानकारी भरी थी उनमें से अधिकतर में कोई ना कोई गलती थी जिसके कारण उनको भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अध्यापकों ने बताया कि उन्होंने जैसे तैसे बच्चों की जानकारी को आन लाइन भरा था और विभाग की ओर से करेक्शन लिस्ट में नाम व अन्य जानकारी को नए सिरे से भरने से उनके सामने एक और समस्या आ खड़ी हुई है। रात को भी अध्यापक भर रहे जानकारी बोर्ड की साइट पर लोड अधिक होने के कारण दिन में तो कभी साइट खुली ही नहीं है। जिसके कारण अध्यापक रात रात भर जाग कर जानकारी को भर रहे है। अध्यापक दिन रात बोर्ड फार्म को करेक्ट करने में लगे है जिसके कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
नहीं दी गई पर्याप्त सुविधाएं :
हरियाणा स्कूल वेल्फेयर ऐसोसिएशन के जनरल सचिव सूबे सिंह पंजेटा का कहना है कि दिन में बोर्ड की साइट सही रूप से कार्य नहीं कर रही है। अध्यापक सारा दिन कंप्यूटर पर बैठ कर करेक्शन को सही कर रहे है। उन्होंने कहा कि बोर्ड के द्वारा फार्म भरने का कार्य आन लाइन तो कर दिया है, लेकिन उसी प्रकार की सुविधा प्रदान नहीं की गई।
ऑनलाइन भरे थे विद्यार्थियों के फार्म, नहीं मिल रही बच्चों के बारे में जानकारी
पसोपेश :
काम नहीं कर रही बोर्ड की साइट1बोर्ड के द्वारा बच्चों को नाम को सही करने के लिए जो करेक्शन लिस्ट डाली गई है उसे भरने में परेशानी आ रही है। बोर्ड की साइट ओपन होने पर घंटों का समय लेती है। उसके पश्चात बच्चे की एपलिकेशन न डालने पर उसकी फाइल खुलने में भी बीस से पच्चीस मिनट लगते है। इतने बच्चों के फार्म को सही करने में दिक्कत आ रही है। निजी स्कूल संचालकों ने बताया कि बोर्ड की साइट दिन के समय तो ओपन ही नहीं होती है। रात को भी नौ बजे के बाद अगर खुलती भी है तो एक एक बच्चे की जानकारी भरने में तीस से चालीस मिनट तक लगते हैं।....djymn
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