** सिस्टम के खिलाफ गुस्सा, हसला के प्रदेश अध्यक्ष ने उठाए शिक्षा नीति पर सवाल
हिसार : हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष दयानंद दलाल ने प्रदेश की शिक्षा नीति पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि विभाग ने शिक्षा को प्रयोगशाला बना दिया है, जिससे शिक्षा का स्तर दिनों दिन गिरता जा रहा है। वे रविवार को जहाजपुल स्थित राजकीय स्कूल में पत्रकारों से रूबरू हुए।
उन्होंने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर हसला की ओर से प्रदेश भर में जिला स्तरीय प्रदर्शन किए जाएंगे। शुरूआत सोमवार को हिसार से होगी। कार्यक्रम के तहत जिले भर के सभी प्राध्यापक सोमवार को शाम तीन बजे फव्वारा चौक पर एकत्र होंगे और वहां से विरोध जुलूस निकालते हुए उपायुक्त को शिक्षामंत्री के नाम ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि विभाग की नीतियों के कारण लेक्चरर्स और हेडमास्टर की पदोन्नति में भारी विसंगतियां पैदा हो गई है। प्राध्यापक जहां पिछले 20 वर्षों की लंबी नौकरी के बाद भी प्राचार्य नहीं बन रहे, वहीं स्कूल हेडमास्टर कम योग्य होते हुए भी मात्र तीन से चार साल में प्राचार्य बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्राध्यापकों को पिछले आठ वर्षों से लगातार आश्वासन ही मिलता आ रहा है, लेकिन अभी तक उनकी किसी भी मांग को पूरा नहीं किया गया। जिला प्रधान भगवानदत्त शर्मा ने कहा कि सरकार की नीतियों का ही परिणाम है कि आज बच्चों का शैक्षणिक स्तर गिरता जा रहा है। भिवानी बोर्ड की ओर से दसवीं के पहले सेमेस्टर की बोर्ड परीक्षा बंद करना इसका ताजा उदाहरण है।
मुख्य मांगे :
- प्राध्यापकों की वेतन विसंगतियों को दूर करते हुए
- 5400 ग्रेड पे मिले स्कूल प्राचार्य के पद पर प्राध्यापकों की शत-प्रतिशत पदोन्नति की जाए
- योग्यता प्राप्त स्कूल प्राध्यापकों का प्रमोशन कॉलेज कैडर में किया जाए
- राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों का नाम इंटर कॉलेज या राजकीय जूनियर कॉलेज किया जाए
- एमएड, एमफिल या पीएचडी योग्यता प्राप्त प्राध्यापकों को अतिरिक्त वेतन वृद्धि दी जाए ....db
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