पानीपत : हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की तीन गलतियों की वजह से इस बार स्कूलों में दूसरा सेमेस्टर समय पर शुरू नहीं हो पाएगा। कायदे से यह एक अक्टूबर से शुरू होना था। मगर इस तारीख तक तो 10वीं के पेपर ही नहीं खत्म होंगे, जबकि उसके बाद 12वीं के भी पेपर होने हैं।
दूसरा ऐन मौके पर बोर्ड ने 9वीं व 11वीं के प्रश्नपत्र तैयार करने से हाथ खड़े करते हुए यह जिम्मा स्कूलों पर डाल दिया। तीसरी बात यह कि बोर्ड यही तय नहीं कर पाया कि छठी से 8वीं तक के होम एग्जाम होंगे या नहीं? इस लापरवाही का असर प्रदेश के 10 लाख से अधिक छात्रों पर पड़ा है।
अभी असर क्या
10वीं के पहले सेमेस्टर में स्कूल अपने बच्चों को दिल खोलकर नंबर देंगे ताकि बोर्ड की परीक्षा में नंबर कम भी आएं तो छात्र दोनों सेमेस्टर के नंबर जोड़कर पास हो जाए। हरियाणा एडिड स्कूलों के महासचिव रमेश बंसल कहते हैं कि इससे गुणवत्ता प्रभावित होगी।
असर आगे भी होगा
दूसरा सेमेस्टर देरी से शुरू हुआ तो शिक्षण दिन कम हो जाएंगे, सिलेबस पर असर पड़ेगा।
नौवीं व 11वीं का परीक्षा शेड्यूल लेट हो चुका है जो आगे बोर्ड की परीक्षा से टकराएगा।
तीन गलतियों ने बिगाड़ा सारे शेड्यूल
पहली गलती
पहले 9वीं व 11वीं के प्रश्न पत्र स्कूल अपने स्तर पर ही तैयार करते थे। इस बार बोर्ड ने कहा कि प्रश्नपत्र हम तैयार करके देंगे, लेकिन बोर्ड न तो प्रश्नपत्र तैयार कर सका और न स्कूलों को समय पर इस संबंध में सूचित किया।
दूसरी गलती
तीन साल पहले 8वीं का बोर्ड समाप्त किया और छठी से आठवीं तक परीक्षा न लेने का प्रावधान किया। हुआ यह कि पढ़ाई में कमजोर बच्चे भी दसवीं तक पहुंच गए और इस साल 10वीं का रिजल्ट खराब रहा। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने घोषणा की कि रिजल्ट सुधारने के लिए छठी से आठवीं तक होम एग्जाम लिए जाएंगे लेकिन बोर्ड ने कोई निर्देश नहीं दिए।
तीसरी गलती
परीक्षा परिणाम सुधार के लिए शिक्षा बोर्ड ने नया फार्मूला बनाया कि 10वीं के पहले सेमेस्टर की परीक्षा स्कूल अपने स्तर पर ही लेंगे। बोर्ड केवल प्रश्नपत्र व डेटशीट बोर्ड तय करेगा। बोर्ड ने 10वीं व 12वीं में रजिस्ट्रेशन के लिए ऑन लाइन प्रोसेस शुरू किया मगर सॉफ्टवेयर में लगातार कोई न कोई गड़बड़ आती रही।
बोर्ड सचिव डॉ. अंशज सिंह से बातचीत:
सवाल: शिक्षा मंत्री के छठी से 8वीं तक भी होम एग्जाम शुरू करने घोषणा का क्या हुआ?
जवाब: ऐसे निर्देशों के बारे कोई जानकारी नहीं।
सवाल : 9वीं से 11 वीं कक्षाओं के प्रश्न पत्र बोर्ड ने तैयार करके स्कूलों को देने थे?
जवाब: बोर्ड केवल मैट्रिक प्रथम सेमेस्टर के लिए प्रश्नपत्र व उत्तर पुस्तिकाएं तैयार करा पाया है। संसाधनों की कमी के कारण 9वीं व 11वीं का मामला अगले सत्र तक टाल दिया है।
सवाल: क्या एक अक्टूबर से दूसरा सेमेस्टर शुरू हो पाएगा।
जवाब: पेपरों में देरी के कारण दूसरा सेमेस्टर देरी से शुरू पाएगा। 27 सितंबर से मैट्रिक की परीक्षा होगी, उसके खत्म होने के बाद 12वीं के पेपर होंगे। ....db
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