.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

Wednesday, 17 September 2014

स्कूलों को विषयवार शिक्षकों की जानकारी देना किया अनिवार्य

** 30 तक ऑनलाइन डेटा भरने वाले स्कूलों को 2015 की परीक्षा से किया जाएगा वंचित 
नई दिल्ली : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दिल्ली के सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं कि वह वर्ष 2015 की सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी परीक्षा के लिए छात्रों का रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन करें और इसमें कक्षाओं में पढ़ाने वाले हर शिक्षक की विषयवार जानकारी देना अनिवार्य है। अगर स्कूल अपना ऑनलाइन डाटा बैंक वर्ष 2015 की परीक्षा के लिए जमा नहीं करेगा तो आगामी परीक्षा में स्कूल के छात्रों को बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। 
साथ ही सीबीएसई के एग्जाम और एफिलिएशन बायलॉज के तहत अनिवार्य कार्रवाई भी करेगा। इसमें स्कूल प्रबंधन की ओर से यह बताना अनिवार्य है कि कौन शिक्षक कितने समय से किस कक्षा को पढ़ा रहे हैं और कौन शिक्षक नए आए हैं और उनका क्या अनुभव है? स्कूलों को यह जानकारी 30 सितंबर तक ऑनलाइन सम्मिट करनी है। साथ ही सारी जानकारी की हार्डकॉपी बनाकर उसे प्रिंसिपल से सत्यापित कराकर बोर्ड कार्यालय में भी जमा कराना है। तभी परीक्षा के लिए छात्रों का रजिस्ट्रेशन मान्य होगा। इस बारे में सीबीएसई के चेयरमैन विनीत जोशी ने कहा कि गत वर्ष हमने स्कूलों को इस दिशा में अवगत किया था और अपनी स्कूल वेबसाइट बनाने के साथ ही उस पर स्कूल के इन्फ्रास्ट्रक्चर और शिक्षकों की योग्यता अनुभव और वेतन संबंधी जानकारी अपलोड करने के निर्देश दिए थे। इससे स्कूलों में शिक्षकों की योग्यता और इन्फ्रास्ट्रक्चर के पैमाने को जानकर अभिभावक अपने बच्चे के लिए सही स्कूल का चयन कर सकेंगे। 
जोशी बताते हैं कि काफी स्कूल छात्रों को दाखिला देते समय दावे तो बड़े-बड़े करते हैं। लेकिन बाद में अभिभावकों को पता चलता है कि स्कूल में योग्य शिक्षक के अभाव में पढ़ाई अच्छी नहीं हो रही। इससे स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक और उनकी योग्यता को लेकर क्रॉसचेक भी होगा, साथ ही अभिभावक स्कूल प्रबंधन के समक्ष अपनी शिकायत भी दे सकेंगे। अभी अभिभावकों को शिक्षक, उसकी योग्यता और शिक्षण कार्य के अनुभव की जानकारी नहीं होती है। सीबीएसई दिल्ली के रीजनल डायरेक्टर पीआई साबू ने इस बारे में एक सरकुलर भी जारी किया है। जिसमें ऑनलाइन जानकारी देते हुए नौ बिंदुओं को अंकित किया गया है। 
इन नौ बिंदुओं में शिक्षक का नाम, स्थानांतरण, सेवा अनुभव, विषय, कक्षा 10 और 12 में पढ़ाने का अनुभव, पिन कोड के साथ घर का पता, ऑन स्क्रीन मार्किंग प्रोजेक्ट के लिए क्या शिक्षक को कंप्यूटर चलाना आता है आदि जानकारी मांगने के साथ ही अगर स्कूल ने गेस्ट शिक्षक रखें हैं तो उनकी जानकारी देना भी अनिवार्य किया गया है।                                   db

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.