यमुनानगर : एलीमेंट्री स्कूूल हैडमास्टर एसोसिएशन हरियाणा-94 के प्रदेशाध्यक्ष दलबीर सिंह मलिक ने आरोप लगाया कि हाई स्कूल और सीनियर सैकेंडरी स्कूल में कार्यरत एलीमेंट्री हैडमास्टरों को डीडी पावर न देकर एसोसिएशन को दोफाड़ करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि महानिदेशक ने एसोसिएशन से वादा किया था कि सभी एलीमेंट्री हैडमास्टरों को डीडी पावर दी जाएगी लेकिन केवल स्वतंत्र मिडल स्कूलों के हैडमास्टरों को डीडी पावर दी गई।
मलिक ने कहा कि सरकार ने प्राचार्य पद पर पदोन्नति कोटा निर्धारित करते समय हैडमास्टरों की अनदेखी करते हुए कोटे से छेड़छाड़ कर 67-33 की जगह 80 -20 कर दिया गया। प्राध्यापक का ग्रेड-पे 4800 है और एलीमेंट्री हैडमास्टर भी 4800 के ग्रेड-पे में है। इसके बावजूद प्राध्यापक को राजपत्रित दर्जा दिया गया और एलीमेंट्री हैडमास्टरों को राजपत्रित दर्जे से वंचित रखा गया है।
मलिक ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने एलीमेंट्री हैडमास्टरों की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन का शिष्टमंडल अपनी मांगों को लेकर कई बार मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री, वित्तायुक्त और प्रधान सचिव शिक्षा विभाग, महानिदेशक, संयुक्त निदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा, अतिरिक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा से मिला, लेकिन फिर भी उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया।
मलिक ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 22 अप्रैल, 214 को एलीमेंट्री हैडमास्टरों को डीडी पावर देने का पत्र जारी किया था। dt
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