** मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने बैठक की अध्यक्षता की।
चेन्नई : आईआईटी में एडमिशन के प्रावधानों को बदला गया है। उन कैंडीडेट्स को भी एडमिशन मिलेगा, जो जेईई एडवांस में अच्छे अंक मिलने के बावजूद 12वीं बोर्ड की परीक्षा में टॉप 20 परसेंटाइल में नहीं सके थे। लेकिन इसके लिए उन्हें निर्धारित न्यूनतम अंक पाना जरूरी है।
सामान्य और ओबीसी के लिए न्यूनतम अंक 75% जबकि अजा और अजजा के लिए 70% रखे गए हैं। इस नियम का फायदा 240 से ज्यादा छात्रों को होगा। यह फैसला आईआईटी मद्रास में सोमवार को आयोजित आईआईटी काउंसिल की बैठक में लिया गया।
अभी ये व्यवस्था
एडमिशन के लिए ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस में मेरिट में आना जरूरी है। साथ ही 12वीं बोर्ड के टॉप 20 परसेंटाइल में होना भी जरूरी है।
अब ये होगा
जेईई एडवांस में मेरिट होना तो जरूरी रहेगा ही। यदि टॉप 20 परसेंटाइल में नहीं रहे हैं तो बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम अंक हासिल करना होंगे।
इसलिए लिया फैसला
जिन बोर्ड्स में स्कोरिंग ज्यादा है, वहां अच्छे स्टूडेंट्स टॉप 20 परसेंटाइल में नहीं रहे। इस साल 240 छात्र जेईई में सफल हुए, लेकिन वे टॉप 20 परसेंटाइल में नहीं पाए थे। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.