नई दिल्ली : सीबीएसईने पहली बार दोबारा जांच की व्यवस्था दी थी। 2187 छात्रों ने उत्तर पुस्तिका दोबारा जांचने का आवेदन दिया था। इनमें से 1250 यानी 57% के अंकों में 5 से लेकर 25 तक की बढ़ोतरी हुई है।
सीबीएसई के चेयरमैन विनीत जोशी ने बताया कि जिनके आवेदन जल्दी आए थे, उनके नतीजे डीयू की फर्स्ट कट ऑफ लिस्ट आने से पहले घोषित कर दिए थे। पीआरओ रमा शर्मा ने बताया कि पहले पैरेंट्स उत्तर पुस्तिका नहीं देख पाते थे। इस बार आरटीआई के तहत 10 रु. फीस के साथ डिजिटल उत्तर पुस्तिका दिखाई गई। यदि छात्र को लगता है कि मार्किंग गलत हुई है, तो वह अधिकतम 10 प्रश्नों की दोबारा जांच का आवेदन कर सकता है। db
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