.

.

Breaking News

News Update:

How To Create a Website

*** Supreme Court Dismissed SLP of 719 Guest Teachers of Haryana *** यूजीसी नहीं सीबीएसई आयोजित कराएगी नेट *** नौकरी या दाखिला, सत्यापित प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं *** डीडी पावर के लिए हाईकोर्ट पहुंचे मिडिल हेडमास्टर *** बच्चों को फेल न करने की पॉलिसी सही नहीं : शिक्षा मंत्री ***

Monday, 22 September 2014

आसान पेपर आने से परीक्षार्थियों में बंधी शिक्षक बनने की उम्मीद

** सीटेट परीक्षा : शिक्षक बनने की चाह में 9 हजार परीक्षार्थियों ने दिया सीटेट, सीबीएसई की ओर से 10 स्कूलों में बनाए गए परीक्षा केंद्र 
करनाल : केंद्रीयमाध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से रविवार को सेंट्रल टीचर इलिजिबिलिटी टेस्ट (सीटेट) आयोजित किया गया। शहर में 10 परीक्षा केंद्रों पर टेस्ट लिया गया। दोनों सत्रों में हुए टेस्टों में तकरीबन 9 हजार परीक्षार्थियों ने शिक्षक बनने की चाह में टेस्ट दिया। 
 केंद्रीय स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए विभिन्न जिलों के परीक्षार्थी करनाल पहुंचे। सीबीएसई की ओर से 10 स्कूलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर पांच से छह सौ विद्यार्थियों की सीटिंग व्यवस्था बनाई गई थी। दो सत्रों में टेस्ट लिया गया। टैगोर बाल निकेतन सीनियर सैकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल एवं परीक्षा के सिटी कॉर्डिनेटर डॉ. राजन लांबा ने बताया कि सुबह के सत्र में पेपर-2 टीजीटी और सांयकालीन सत्र में पीआरटी का टेस्ट हुआ। सुबह के सत्र में कुल 5546 केंडिडेट और सांयकाल में 4157 केंडिडेट को टेस्ट देना था, लेकिन इनमें से तकरीबन 90 प्रतिशत ही टेस्ट में हाजिर हुए। उन्होंने कहा कि परीक्षा पूरी तरह से शांतिपूर्ण हुई। 
ऑटो वालों का अच्छा गया संडे, खूब कमाई 
सीटेट की परीक्षा के कारण थ्री व्हीलर रिक्शा वालों के लिए संडे अच्छा रहा। बाहर से आए परीक्षार्थियों ने परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने और परीक्षा केंद्रों से रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर जाने के लिए इन्हीं साधनों का प्रयोग किया। इस कारण संडे होने के बावजूद बहुत से ऑटो रिक्शा चालकों लिए संडे लाभकारी रहा। कई परीक्षार्थियों को देरी से अपना सेंटर पता चला, लेकिन वे परीक्षा देने में कामयाब रहे। उनका कहना था कि पता सही मिलने से दिक्कत पैदा हुई। 
सांयकालीन सत्र आसान, खिले परिक्षार्थियों के चेहरे 
सिरसासे आए विनाेद जींद के जोगिंद्र ने कहा कि पेपर पिछली बार की तुलना में आसान है। वैसे भी अगर साइकोलॉजी पार्ट को थोड़ा सा कठिन कह सकते हैं, जबकि ओवरऑल प्रश्नपत्र नाॅर्मल रहा है। जिन विद्यार्थियों ने ठीक से तैयार की है उनके लिए तो पेपर पूरी तरह से आसान है। अबकी बार पेपर पास करने में दिक्कत नहीं होगी। 
पिछली बार से काफी अच्छा रहा पेपर 
परीक्षार्थीगुड्डी ने बताया कि उन्हें पिछली बार भी सीटेट का पेपर दिया था। लेकिन पिछली दफा की तुलना में इस बार पेपर आसान रहा है। उन्होंने पेपर को आसानी ने किया है। 
अबकी बार तो आसान आया प्रश्नपत्र 
पानीपत जिले से आए परीक्षार्थी कपिल कुमार ने बताया कि पेपर आसान था। तैयारी करने वाले विद्यार्थियों लिए पेपर नाॅर्मल था। साइकोलॉजी का पेपर थोड़ा टफ था, लेकिन कुल मिलाकर पेपर आसान रहा। उन्हें उम्मीद है कि उनका सीटेट एग्जाम क्लियर हो जाएगा।
और पापा बने मम्मी : 
सीटेट की परीक्षा में कुछ ऐसी महिला परीक्षार्थी भी सम्मिलित हुई, जिनके छोटे बच्चे थे। वे अपने बच्चों को साथ लेकर आई, लेकिन परीक्षा के दौरान बच्चों को उनके पिता ने संभाला। इस दौरान कई अभिभावकों को बच्चों को संभालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। अटल पार्क में तो कई पिता अपने बच्चों को लिए घूम रहे थे।                                                       db

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.