सोनीपत : राजकीय स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा की हालत और दयनीय होने जा रही है। सोमवार से जिले के राजकीय स्कूलों में लगे कंप्यूटर शिक्षक एक बार फिर से काम छोड़ने जा रहे हैं। पहले भी कई मर्तबा अपनी मांगों के समर्थन में वे धरना दे चुके हैं। कंप्यूटर शिक्षकों को अपने भविष्य की चिंता है, क्योंकि मार्च माह से राज्य सरकार उन तीनों कंपनी से नाता तोड़ने जा रही है जिन्होंने राज्य के स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति की हुई है।
कंप्यूटर अध्यापकों की मांग है कि सरकार उन्हें स्थाई भर्ती दे। अपनी इस मांग को लेकर वे सोमवार से पंचकूला में धरना भी शुरू कर देंगे। इस समय जिले के विभिन्न राजकीय स्कूलों में करीब दो सौ शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
विभागीय जानकारी के अनुसार शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रदेश के राजकीय स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा देने के लिए अगस्त 2013 में तीन निजी कंपनियों के माध्यम से करीब तीन हजार कंप्यूटर शिक्षकों को नियुक्त किया गया था, लेकिन कंपनियों की मनमानी के चलते सरकार को तो नुकसान हुअा ही साथ ही जिस कंप्यूटर शिक्षा राजकीय स्कूलों में शुरू करने के उद्देश्य से यह मुहिम सरकार ने शुरू की थी उसे भी पलीता लग गया। विद्यार्थी करीब दो साल से कंप्यूटर की किताबों को तरस रहे हैं। ज्यादातर समय सड़कों पर बीता, शिक्षा कैसे देंगे :
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल जाखौली में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षक रेणु के मुताबिक शिक्षक का मूल कार्य बच्चों को शिक्षित करना है, लेकिन करीब डेढ़ साल से तो उनका अधिकांश समय धरना, नारेबाजी और प्रदर्शन में बीत रहा है, एक बार फिर उन्हें अपने भविष्य के लिए सड़क पर उतरना होगा। ऐसे में बच्चों को शिक्षित कैसे करेंगे।
"कंप्यूटर शिक्षकों के लिए मौजूदा हालत सही नहीं है। करीब दस महीने से वेतन नहीं मिल सका है। स्कूलों में कंप्यूटर की किताबों की कमी है। सरकार की ओर से अपेक्षित सहयोग भी नहीं है। यही कारण है कि अब सोमवार से पंचकूला में कंप्यूटर शिक्षक प्रदर्शन करेंगे।''--बलरामधीमान, प्रदेश अध्यक्ष, हरियाणा कंप्यूटर अध्यापक संघ।
ये मांग उठाई जाएंगी
db
राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल जाखौली में कार्यरत कंप्यूटर शिक्षक रेणु के मुताबिक शिक्षक का मूल कार्य बच्चों को शिक्षित करना है, लेकिन करीब डेढ़ साल से तो उनका अधिकांश समय धरना, नारेबाजी और प्रदर्शन में बीत रहा है, एक बार फिर उन्हें अपने भविष्य के लिए सड़क पर उतरना होगा। ऐसे में बच्चों को शिक्षित कैसे करेंगे।
"कंप्यूटर शिक्षकों के लिए मौजूदा हालत सही नहीं है। करीब दस महीने से वेतन नहीं मिल सका है। स्कूलों में कंप्यूटर की किताबों की कमी है। सरकार की ओर से अपेक्षित सहयोग भी नहीं है। यही कारण है कि अब सोमवार से पंचकूला में कंप्यूटर शिक्षक प्रदर्शन करेंगे।''--बलरामधीमान, प्रदेश अध्यक्ष, हरियाणा कंप्यूटर अध्यापक संघ।
ये मांग उठाई जाएंगी
- कंप्यूटर शिक्षकों को राजकीय सेवा में शामिल किया जाए।
- तीनों कंपनियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें राज्य सरकार।
- कंप्यूटर शिक्षकों का बकाया वेतन जल्द दिया जाए।
- राजकीय स्कूलों में कंप्यूटर की किताबें उपलब्ध करवाई जाएं।
db
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