करनाल : सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजूकेशन ने दसवीं की फाइनल परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों का ब्योरा मांगा है। दरअसल सीबीएसई में इस बार कितने विद्यार्थी बोर्ड व कितने स्कूल परीक्षा देना चाह रहे हैं। हर साल की तरह इस बार भी विद्यार्थियों का रुझान स्कूल एग्जाम की ओर है। स्कूलों की मानें तो बोर्ड की ओर से विद्यार्थियों का परीक्षा संबंधी ब्योरा मांगना तो केवल एक औपचारिकता ही है। स्कूलों को स्थिति पहले से ही तय है। दिसंबर की परीक्षा के बाद ही स्कूल दसवीं के विद्यार्थियों से अपने स्तर पर पूछ लेता है कि वह कौन सी परीक्षा देना पसंद करेंगे। सीबीएसई की दसवीं व बारहवीं की फाइनल परीक्षाएं दो मार्च से शुरू होने जा रही है। बोर्ड व स्कूल परीक्षा एक जैसी ही होती है। दोनों का पैटर्न सीबीएसई तैयार करता है। परिणाम भी एक ही दिन आता है व सर्टिफिकेट भी एक जैसे ही मिलते हैं। जिस विद्यार्थी को ग्यारहवीं में अपना बोर्ड बदलना होता है या फिर किसी विद्यार्थी के अभिभावक का तबादला हो गया होता है तो वह बोर्ड परीक्षा को को चुनता है। अधिकांश विद्यार्थी स्कूल स्तर पर ही दसवीं की परीक्षा देना पसंद करते हैं। au
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