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Friday, 30 January 2015

27 लाख बच्चों को देनी पड़ सकती है वार्षिक परीक्षा

करनाल : प्रदेश में 9वीं तक के छात्रों को इस साल वार्षिक परीक्षा देनी पड़ सकती है। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने इसके स्पष्ट संकेत दिए हैं। उन्होंने गुरुवार को कहा कि पहली से 9वीं तक में हर साल परीक्षा लेकर उसके परिणाम के आधार पर ही छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा में प्रवेश देनी चाहिए।
बकौल सीएम इससे जहां एक ओर शिक्षा की गुणवत्ता बेहतर होगी, वहीं छात्रों की प्रतिभा का सही आकलन होगा। साथ ही 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में भी नतीजे अच्छे होंगे। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 8वीं तक के छात्रों की संख्या 27 लाख के करीब है। इनके यूनिट टेस्ट अभी चल रहे हैं। 31 तारीख को इसका समापन होना है। सीएम करनाल में मानव उत्थान सेवा समिति की ओर से अपने अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने पिछली सरकार पर शिक्षा व्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगाया। कहा कि वार्षिक परीक्षा के नतीजे के आधार पर अगली कक्षा में भेजने की परंपरा से उनकी स्किल डेवलप होगी। इस बाबत पूछने पर करनाल के डीईईओ सरोज बाला गुर ने कहा कि वार्षिक परीक्षाएं लेने के निर्देश उच्चाधिकारियों से प्राप्त हो चुके हैं। परीक्षा से छात्रों के साथ ही अध्यापकों में भी अध्यापन के प्रति सक्रियता बढ़ेगी।                                         db

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