** शिक्षा विभाग की नई योजना के तहत अभिभावक कभी भी देख सकेंगे बच्चे का प्रगति रिकॉर्ड
अम्बाला सिटी : शिक्षा विभागकी नई योजना के तहत विद्यार्थियों की मासिक परीक्षा का परिणाम अब ऑनलाइन होगा। बच्चों के अभिभावक अपने नौनिहालों की मासिक प्रगति रिपोर्ट शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर कभी भी कहीं भी देख सकेंगे। दरअसल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के गिरते स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव टीसी गुप्ता ने यह अनूठी योजना तैयार की है, जिसके तहत विद्यार्थियों के सतत एवं समग्र मूल्यांकन के लिए हर माह मासिक परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। प्रत्येक मासिक परीक्षा का परिणाम का रिकार्ड ऑन लाइन किया जाएगा। ऑन लाइन मासिक परीक्षा कराने से प्रदेश के सभी स्कूल में शिक्षा विभाग के प्रदेश सचिव टीसी गुप्ता ने आदेश 1/2014/5980 पत्र जारी कर दिए हैं। इतना ही नहीं इस नई योजना के तहत जो शिक्षक बच्चों को पढ़ाने में कम दिलचस्पी लेते हैं, उनका रिकार्ड भी ऑनलाइन कर दिया जाएगा। ताकि कोई अध्यापक बच्चों को ठीक प्रकार से पढ़ाई कर रहा हो तो उसके खिलाफ विभाग कार्रवाई कर सके।
इस प्रकार होगा ऑन लाइन रिकार्ड :
प्रदेश में विभाग द्वारा सभी स्कूलों में स्कूल इनफार्मेशन मैनेजमेंट (सिम) का गठन किया गया है। सभी स्कूलों का पासवर्ड ईमेल आईडी विभाग द्वारा उक्त मैनेजमेंट को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके के साथ मैनेजमेंट की साइट को निदेशालय की विभाग बेवसाइट से जोड़ दिया जाएगा, जिसके तहत प्रदेश भर के बच्चों के अभिभावक अपने बच्चों का प्रगति रिकार्ड कहीं पर कभी भी देख सकेंगे।
यह होगा लाभ :
अक्सर देखा जाता कि है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों का शिक्षा स्तर कम होता है। विभाग द्वारा बच्चों के इसी शिक्षा स्तर को ऊपर उठाने के लिए ही यह नई मासिक परीक्षा योजना को शुरू किया है। जिसके तहत बच्चे अपना शिक्षा स्तर उठा सकें तथा साथ ही टीचर्स भी बच्चों को पढ़ाने में रुचि रखेंगे।
अंतिम परिणाम में शामिल होंगे बच्चों के अंक
विभाग की इस नई मासिक परीक्षा योजना में जिस बच्चे की प्रत्येक माह में जितने भी अंक आएंगे। उन अंकों को वर्ष के अंतिम परीक्षा परिणाम में जोड़ा जाएगा। जिससे बच्चे टीचर्स दोनों की प्रगति का पता चल जाएगा कि टीचर्स ने क्या कराया और बच्चों ने क्या किया। इसका जवाब देने होगा।
कम अंक आने पर टीचर्स होगा जिम्मेदार
शिक्षाविभाग की नई योजना के तहत जो मासिक परीक्षा होगी, यदि उस परीक्षा में बच्चे के कम अंक आते हैं और वह परीक्षा में पास नहीं होता तो इसकी सारी जिम्मेदारी स्कूल के मुखिया अध्यापक की होगी। बाद में विभाग इसकी जानकारी भी हासिल करेगा कि ऐसा क्यों हुआ।
प्रदेश के सभी स्कूलों में चलेगी नई योजना
शिक्षा विभाग द्वारा मासिक परीक्षा रिकार्ड ऑनलाइन योजना प्रदेश के सभी स्कूलों में चलाई जाएगी, जबकि जिला अम्बाला में यह 780 स्कूलों के करीब 22 हजार बच्चों को इस नई योजना में शामिल किया जाएगा। इसमें प्राइमरी मिडिल स्कूलों सहित सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को भी शामिल किया जाएगा।
"बच्चों टीचर्स को पढ़ाई के प्रति सचेत करने के लिए विभाग द्वारा उठाया गया कदम सराहनीय है। इससे एक ओर जहां बच्चों का शिक्षा स्तर ऊंचा उठेगा, वहीं दूसरी ओर अध्यापक भी अपनी जिम्मेदारी में आना-कानी नहीं करेंगे।"--सुधीरकालड़ा, खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी, अम्बाला सिटी db
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