** निदेशालय ने सिर्फ कार्यालयों में जमे शिक्षकों का रद किया था डेपुटेशन
** प्राचार्यो व मुख्याध्यापकों ने सभी शिक्षकों पर ही लागू कर दिया आदेश
चंडीगढ़ : हरियाणा के सरकारी स्कूलों के प्राचार्यो और मुख्याध्यापकों की तकनीकी चूक स्कूली बच्चों पर भारी पड़ने वाली है। मौलिक-जिला शिक्षा अधिकारियों व शिक्षा निदेशालय में जमे शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति रद करने के आदेशों को इन्होंने सभी शिक्षकों पर लागू कर दिया है। इससे उन स्कूलों में विपरीत स्थिति पैदा हो गई है, जहां एक ही शिक्षक तैनात था। मेवात जिला इससे सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, जहां लगभग सत्तर मिडिल और प्राइमरी स्कूल बिना शिक्षकों के हो गए हैं।
हाईकोर्ट के आदेश पर ही इन स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के डेढ़ सप्ताह पहले जारी आदेशों में स्पष्ट है कि गैर शैक्षणिक काम कर रहे शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति ही रद की जाएगी। इन आदेशों के दायरे में करीब एक हजार गैर शैक्षणिक कार्य कर रहे शिक्षक आते हैं।
मुख्याध्यापकों व प्राचार्यो ने आदेश को बिना समङो ही सब शिक्षकों पर इसे लागू कर दिया। ऐसे में मेवात के 70 स्कूलों में एक भी शिक्षक न रहने से विभाग को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। राज्य भर में करीब 450 शिक्षक ऐसे हैं, जो विभिन्न स्कूलों में डेपुटेशन पर कार्यरत थे। अब शिक्षा सत्र समाप्त होने को है और बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। एक भी शिक्षक न रहने से अब स्कूलों पर ताला लटकता दिख रहा है।
उधर, स्कूल शिक्षा विभाग में आदेशों को गलत तरह से लागू किए जाने पर हरकत शुरू हो गई है। स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता मामले को गंभीरता से लेते हुए उन सभी जिला व मौलिक शिक्षा अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है, जिन्होंने स्कूलों में तैनात शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति भी रद कर दी है। dj
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.