चंडीगढ़ : प्रदेश के सभी सरकारी कॉलेजों के प्राचार्यो के विरुद्ध उच्च शिक्षा निदेशालय ने कड़े तेवर अख्तियार कर लिए हैं। प्राचार्यो के मनमाने तरीके से काम करने पर निदेशालय के उच्च अधिकारी खासा नाराज हैं। आदेशों की अवहेलना होने से उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने प्रिंसीपल को दो टूक चेतावनी दी है। कार्यप्रणाली में सुधार न होने पर विभाग दोषियों के विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाएगा।
निदेशालय ने सभी कॉलेज प्रिंसिपल को हर महीने की 12 तारीख तक सेवानिवृत्त होने वाले असिस्टेंट एवं एसोसिएट प्रोफेसरों की जानकारी रिकार्ड सहित भेजने के निर्देश दिए थे। लेकिन इन पर कतई अमल नहीं हो रहा है। इससे विभाग को स्टाफ के समायोजन में दिक्कतें आ रही हैं। बिना जानकारी के पद खाली होने पर छात्रों की पढ़ाई भी खराब हो रही है। उच्च शिक्षा निदेशालय प्राचार्यो को वर्ष 2012 व 2014 में भी समयबद्ध तरीके से सूचना देने के निर्देश जारी कर चुका है पर अमल न के बराबर ही हुआ। प्राचार्यो की कार्यप्रणाली में सुधार होता न देख उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक अंकुर गुप्ता ने शुक्रवार को कड़े लहजे में पत्र जारी किया है। गुप्ता ने चेताया है कि हर महीने की 12 तारीख तक ई-मेल, फैक्स व पत्रचार के जरिए सेवानिवृत्त होने वाले प्रोफेसरों की जानकारी नहीं दी गई तो सख्त विभागीय कार्रवाई से गुजरना पड़ेगा। देखने में आया है कि प्रिंसिपल निदेशालय के आदेशों को हलके में ले रहे हैं और समय पर सूचनाएं नहीं भेजी जा रही। इससे निदेशालय का काम बाधित हो रहा है। पहले भी निर्देश जारी हो चुके हैं, लेकिन उन पर अमल नहीं हो रहा। महानिदेशक कार्यालय की उपनिदेशक अंजू के अनुसार समय पर सूचना देना अनिवार्य किया गया है। dj
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