हिसार : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अधीन सरकारी गैर सरकारी स्कूलों में शुक्रवार से शुरू हुई पहली से 5वीं तक की परीक्षा में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। किसी स्कूल में पेपर कम भेजे गए तो कहीं, दूसरे सब्जेक्ट के पेपर थमा दिए गए। बच्चों का मासिक मूल्यांकन आंकने के लिए स्कूलों में परीक्षाएं कराईं जाती हैं। इस बार की परीक्षा इसलिए खास थी कि पहली से 5वीं तक के लिए शिक्षा निदेशालय ने खुद ही प्रश्नपत्र भेजे थे, जबकि बाकी कक्षाओं के प्रश्नपत्र स्कूल स्तर पर तैयार किए गए थे।
शुक्रवार को चौथी कक्षा का हिंदी अंग्रेजी का पहला पेपर था। परीक्षा सुबह 10:30 से 12 बजे होनी थी। भगाना के राजकीय प्राथमिक पाठशाला में जैसे ही शिक्षकों ने चौथी क्लास के पेपर का बंडल खोला तो सोशल स्टडीज विषय के प्रश्न पत्र निकले। इसके बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया, तुरंत ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी गई। परीक्षा का समय निकलता देख गांव के राजकीय कन्या प्राथमिक पाठशाला से संपर्क किया गया, लेकिन वहां पर भी 25 बच्चों के सापेक्ष बंडल में मात्र 13 ही पेपर निकले। इसके बाद प्रश्नपत्र की फोटोकॉपी कराकर दोनों स्कूलों के बच्चों दी गई। जिसके बाद करीब 12 बजे परीक्षा शुरू हुई। पहली से 5वीं तक के जिले में करीब 78 हजार बच्चे हैं।
"चौथी क्लास के 29 बच्चों का हिंदी-अंग्रेजी का पेपर था, लेकिन बंडल में दूसरे विषय का पेपर मिला। फोटो कॉपी कराकर परीक्षा करा दी गई है।'' -- कृष्ण कुमारशर्मा, हेड टीचर राजकीय प्राथमिक पाठशाला, भगाना
" मामला जानकारी में नहीं है। इस संबंध में बीईओ से जानकारी ली जाएगी। '' -- बलजीत सिंह शेरावत, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी हिसार db
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