कैथल : हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ इकाई कैथल की एक बैठक जिलाध्यक्ष सुभाष चंद व जिला महासचिव सतबीर सौंगल की अध्यक्षता में हुई। बैठक में सरकार द्वारा अतिथि अध्यापकों के वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि देने का विरोध किया गया। सुभाष ने कहा कि सरकार अतिथि अध्यापकों के वेतन में 20 प्रतिशत वृद्धि करना चाहती है, लेकिन यह वृद्धि ऊंट के मुंह में जीरा देने के समान है। जब भी अतिथि अध्यापक नियमित की मांग करते हैं तो सरकार संघ के कुछ पदाधिकारियों के साथ मिलकर अतिथि अध्यापकों को नियमित न करके 10 या 20 प्रतिशत वेतन बढ़ाकर उनके आंदोलन को समाप्त करवा देती है। जिला महासचिव सतबीर सौंगल व जिला उपाध्यक्ष शमशेर नैन ने कहा कि अतिथि अध्यापकों ने पिछले आठ वर्षों से सरकारी विद्यालयों में व्यतीत कर दिया।
ज्यादातर अतिथि अध्यापकों की आयु अधिक हो चुकी है। अब वे कोई अन्य नौकरी भी नहीं कर सकते। संघ के महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सरकार अतिथि अध्यापकों को टुकड़ों में न देकर पूरी रोटी देने का रास्ता निकाले। सभी अतिथि अध्यापकों को एक कलम से नियमित करे। तभी अस्थाई अतिथि अध्यापकों की समस्या का स्थाई हल होगा। प्रदेश महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा कि अतिथि अध्यापकों की मांग नियमित की है। जब तक अतिथि अध्यापकों को नियमित नहीं किया जाता संघर्ष जारी रहेगा। इसके लिए बुधवार को जींद जाट धर्मशाला में प्रदेशस्तरीय बैठक बुलाई गई है। बैठक में अगली रणनीति तैयार की जाएगी। मौके पर महेंद्र सीड़ा, सुखविंद्र, नरेंद्र, कृष्ण नैन, रमेश भाणा, गुलशन चुघ, देवेंद्र, रघुबीर, पवन शर्मा, सुशील, महेंद्र, संदीप, सतबीर, कृष्ण व कमल उपस्थित थे। db
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