सोनीपत : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, रोहतक के कारनामे से सैकड़ों विद्यार्थियों का दिल टूट गया है। उन्होंने बेहतर ढंग से परीक्षा दी, लेकिन जब परीक्षा परिणाम घोषित किया गया, तब वे हैरान रह गए। उन्हें परीक्षा में अनुपस्थित दिखाया गया है। अपनी स्थिति को बार-बार स्पष्ट करने के बाद भी परीक्षा में उनके अंकों को नहीं जोड़ा जा रहा है।
कॉलेज से लेकर विवि तक ये विद्यार्थी चक्कर काट चुके हंै, लेकिन समस्या वहीं खड़ी हुई है। शुक्रवार को अपनी समस्या के समाधान की मांग को लेकर विद्यार्थियों ने हिंदू कॉलेज के गेट के बाहर प्रदर्शन किया। कॉलेज प्रशासन का कहना है कि वे विद्यार्थियों के साथ है तथा इस संदर्भ में निरंतर विश्वविद्यालय के साथ पत्र व्यवहार कर रहे हैं।
यह है मामला :
वर्ष 2010-11 में बीकॉम दूसरे सेमेस्टर वोकेशनल के विद्यार्थियों ने हिंदू कॉलेज से परीक्षा दी। इस साल मई में हुए सत्र समाप्ति पर जब अंक तालिका उनके यहां पहुंची तो विषय में अंक की जगह उन्हें अनुपस्थिति दिखा गया। जबकि कॉलेज प्रशासन का दावा है कि उनकी ओर से विद्यार्थियों का आंतरिक मूल्यांकन कर नंबर भी भेजे गए थे।
गलती कॉलेज की, पहले नहीं भेजे थे नंबर
"इस प्रकार की समस्या विवि के सामने आ रही है। अक्सर देखने में यह आता है कि कॉलेज की ओर से विभिन्न कारणों से विद्यार्थियों के आंतरिक मूल्यांकन के नंबर नहीं भेजे जाते। विवि प्रशासन इसकी जांच कर विद्यार्थियों की समस्या को शीघ्र दूर करने का प्रयास करेगा।'' --सतपाल वत्स, कुलसचिव, एमडीयू, रोहतक।
हमने तो क्लर्क भी बदल दिया
"पूर्व में स्थितियां कुछ और थीं। विभिन्न कारणों के चलते विद्यार्थियों की समस्या विवि प्रशासन के सामने नहीं रखी जा सकी, लेकिन अब हम विद्यार्थियों के साथ हैं। कई बार विवि प्रशासन को पत्र भी लिख चुके हैं। संबंधित क्लर्क को भी बदला गया है। हमारी कोशिश आगे भी जारी रहेगी। अब परेशानी एमडीयू, रोहतक में है, जिस कारण विद्यार्थियों को परेशान होना पड़ रहा है।'' --प्रो. ओमीश परूथी, प्राचार्य, हिंदू कॉलेज, सोनीपत। db
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