चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कालेजों अनुबंध पर काम कर रहे लेक्चरर को आश्वस्त किया है कि उन्हें नववर्ष पर तोहफा जरूर मिलेगा। अनुबंधित कॉलेज लेक्चरर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शनिवार को यहां मिला था। प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें अपनी समस्याएं बताई। मुख्यमंत्री ने भी उन्हें निराश नहीं किया। प्रदेश के कॉलेजों में अनुबंध पर कार्यरत लगभग दो सौ लेक्चरर को तैनाती के बाद से ही कभी अपना हक बिना मांगे नहीं मिला। वेतन में वृद्धि कराने के लिए लेक्चरर को शुरू से ही गुहार लगानी पड़ी। भेदभाव सहने के आदी हो चुके कॉलेज लेक्चरर को इस बार उस समय बड़ा झटका लगा, जब बीते दिनों प्रदेश सरकार ने स्कूल गेस्ट लेक्चरर की तनख्वाह में बढ़ोतरी कर दी। इनकी फिर सुध नहीं ली गई। इस पक्षपात से खफा कॉलेज लेक्चरर ने भी वेतन बढ़ाने के लिए मोर्चा खोल दिया।
अनुबंधित कॉलेज लेक्चरर एसोसिएशन मुख्यमंत्री से मुलाकात का वक्त लेने में जुट गई। आखिर शनिवार को उनकी इच्छा पूरी हुई। मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा से कॉलेज लेक्चरर चंडीगढ़ में मिले व अपनी समस्याएं बताई। मुख्यमंत्री ने भी उन्हें निराश न करते आश्वस्त किया कि नववर्ष में उन्हें जरूर तोहफा मिलेगा। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष रोहताश नैन का कहना है कि उनकी नियुक्तियां वर्ष 2007-08 में हुई थीं। यूजीसी के मापदंडों के मुताबिक उन्हें चयनित किया गया है। सौ रुपये प्रति पीरियड के हिसाब से उन्होंने पढ़ाना शुरू किया था। वर्तमान में स्थिति यह है कि उन्हें प्रतिमाह साढ़े 22 हजार रुपये मिल रहे हैं, जबकि सरकार के वेतन बढ़ाने के बाद स्कूल गेस्ट लेक्चरर की पगार साढ़े 23 हजार हो गई है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि उनके वेतन में भी वृद्धि की जाएगी। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि इस पर जल्द विचार किया जाएगा। रोहताश ने कहा कि अगर जल्द वेतन में बढ़ोतरी नहीं की गई तो उन्हें आगामी रणनीति तैयार करने के लिए विवश होना पड़ेगा। dj
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