** केंद्रीय विवि और आइआइटी में नहीं हैं पर्याप्त शिक्षक
नई दिल्ली : शिक्षकों की कमी से उच्च शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होने पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और अन्य संबद्ध पक्षों को इस मसले पर तत्परता से विचार कर नए तरीकों से समाधान खोजना चाहिए।
सरकार ने इस अवसर पर विश्वविद्यालयों में प्रमुख देश से जुड़े नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम पर पुरस्कार शुरू करने की भी घोषणा की। प्रधानमंत्री ने देश के प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों को विश्व के श्रेष्ठ संस्थानों में शुमार नहीं होने पर अफसोस जताया। उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता की कमी पर गंभीर चिंता जताई। वह यूजीसी के हीरक जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। आंकड़े बताते हैं कि अकेले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आइआइटी) में 32 फीसद शिक्षकों की कमी है और देश के लगभग सभी केंद्रीय विश्वविद्यालय शिक्षकों की कमी से हलकान हैं। प्रधानमंत्री ने विश्वविद्यालय पद्धति के तहत अनुसंधान पर अधिक जोर देने की जरूरत बताई। विशेष रूप से पीएचडी पाठ्यक्रमों की संख्या और गुणवत्ता को बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे विश्वविद्यालयों की संस्कृति में अंतर-विषय अनुसंधान की जडें मजबूत हों। dj
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