चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार ने स्कूलों में कार्यरत अतिथि अध्यापकों को बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मंगलवार को गेस्ट फैकल्टी के आधार पर कार्यरत अध्यापकों का मानदेय आगामी 1 जनवरी से बढ़ाने की घोषणा की।
लेक्चरर का वर्तमान मानदेय 19,440 रुपये है, अब यह बढ़कर 23,500 रुपये प्रति माह हो जाएगा। इसी प्रकार मास्टर व भाषा अध्यापक (हिंदी, पंजाबी और संस्कृत) को वर्तमान मानदेय 15,840 रुपये प्रति के बजाय 19,000 रुपये प्रति महीना मिलेंगे। जेबीटी और ड्रांइग अध्यापकों को अब 14,440 रुपये प्रति माह के बजाय 17,500 रुपये पगार मिलेगी। प्रदेश सरकार ने अतिथि अध्यापकों को इसके साथ ही एक और बड़ी राहत प्रदान की है। सरकार ने निर्णय लिया है कि जिन पदों पर अतिथि अध्यापक कार्यरत हैं, उन पदों को रिक्त नहीं माना जाएगा।
नियमित अध्यापक की पदोन्नति/नियुक्ति/स्थानांतरण होने पर भी गेस्ट टीचरों को उनके कार्य स्थल से नहीं बदला जाएगा। यदि गेस्ट फेकल्टी को हटाया जाता है तो उनके समायोजन के आदेश साथ के साथ तत्काल जारी किए जाएंगे। याद रहे कि प्रदेश अतिथि अध्यापक संघ की बीते दिनों मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ वार्ता हुई थी। इसमें संघ के अध्यक्ष अरूण मलिक ने गेस्ट टीचर को पक्का करने के साथ कई मांगें रखी थीं।
कॉलेज में अनुबंध पर लगे लेक्चरर से अब मिलेगा ज्यादा वेतन
स्कूलों में कार्यरत लेक्चरर अब कॉलेजों में अनुबंध पर कार्यरत प्राध्यापकों से अधिक वेतन पाएंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री के वेतन बढ़ोतरी की घोषणा करने से स्कूल लेक्चरर को अब साढ़े 23 हजार रुपये प्रति महीना मिलेंगे, जबकि कॉलेज लेक्चरर की पगार अभी साढ़े 22 हजार रुपये है। dj
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