भिवानी : जिले के 100 स्कूलों में अब बायोगैस प्लांट में बनने वाली गैस पर मिड-डे मील पकेगा। अक्षय ऊर्जा विभाग ने 100 स्कूलों में बायोगैस प्लांट लगाने को मंजूरी दी है। मार्च से पहले ये प्लांट काम करना शुरू कर देंगे। इसके लिए 40 लाख का बजट मंजूर किया गया है।
प्रपोजल 20 का, निर्देश मिला 100 प्लांट का
अक्षय ऊर्जा विभाग की जिला टीम की ओर से 20 स्कूलों में बायो गैस प्लांट लगाने का प्रपोजल विभाग के पास भेजा गया था। मगर, जिले में बढ़ते सौर ऊर्जा उपकरणों के क्रेज को देखते हुए पहले 50 और फिर 100 बायोगैस प्लांट लगाने को मंजूरी मिली। अब जिला टीम ने भी 100 स्कूलों में बायोगैस प्लांट लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए बाकायदा 40 लाख की राशि विभाग के पास पहुंच चुकी है। बायोगैस प्लांट के लिए चुने जाने वाले सभी 100 स्कूल ग्रामीण क्षेत्र के होंगे।
पहली बार स्कूल में प्रयोग
बायोगैस प्लांट में वेस्ट सामान जैसे गोबर व किचन के कचरे से गैस बनेगी। अनेक गांवों में कुछ लोगों ने अपने घरों में बायोगैस प्लांट लगाए हुए हैं ताकि एलपीजी गैस पर निर्भरता कम हो सके।
मगर ऐसा पहली बार है कि किसी स्कूल में बायोगैस प्लांट लगाया जा रहा है। अब मिड डे मील के लिए बायोगैस प्लांट लगाए जाने से गैस सिलेंडरों की व्यवस्था करने की समस्या नहीं रहेगी। प्लांट की इतनी क्षमता रहेगी कि मिड डे मील का खाना आसानी से बन सके। इससे जहां कचरा फेंकने की समस्या खत्म होगी, वहीं वेस्ट सामान का भी सदुपयोग होगा।
तैयारियां की जा रही हैं
"पहले बहुत कम स्कूलों में बायोगैस प्लांट लगाने का प्रस्ताव था, मगर विभाग ने सीधे ही एक सौ स्कूलों में बायोगैस प्लांट लगाने की मंजूरी दे दी है। इसके लिए 40 लाख का बजट भी आ चुका है। मार्च तक सभी एक सौ स्कूलों का चयन कर प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं।"--मनोज जैन, प्रोजेक्ट ऑफिसर, अक्षय ऊर्जा विभाग db
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