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Thursday, 17 April 2014

दो किमी. दूर से आने वाले बच्चों की मिलेंगी साइकिल

** सर्व शिक्षा अभियान : प्रथम चरण में सरकारी स्कूलों के छठी से 8वीं तक के विद्यार्थी शामिल 
नारनौल : सरकारी स्कूलों पढऩे वाले उन बच्चों के लिए यह खबर अच्छी हो सकती है, जो दो किलोमीटर से अधिक दूरी पैदल तय करके आ रहे हैं। क्योंकि शिक्षा विभाग ने ऐसे सभी बच्चों को साइकिल देने का निर्णय लिया है। 
इसे शिक्षा विभाग की सरकारी स्कूलों बच्चों की संख्या बढ़ाने की कवायद कहें या फिर सरकार की जनकल्याण की एक और योजना। कारण चाहे जो भी, लेकिन इतना जरूर है कि जो बच्चे दूरी अधिक होने के कारण स्कूलों में प्रवेश नहीं ले पाते थे, उन्हें अब स्कूल जाने का मौका जरूर मिलेगा। 
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों पढऩे आने वाले उन सभी विद्यार्थियों को साइकिल देने का निर्णय लिया है जो दो किलोमीटर से अधिक दूसरी तय करके पैदल स्कूल पहुंच रहे हैं। विभाग की यह योजना प्रथम चरण में छह से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए शुरू होगी। बच्चों को ये साइकिलें विभाग द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के तहत दी जाएंगी। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य पवन भारद्वाज ने बताया कि उनके स्कूल दो किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके आने वाली 127 छात्राओं के लिए साइकिल आ चुकी हैं। अभी कुछ छात्राओं के लिए साइकिल और आनी है। जल्द ही इनका वितरण किया जाएगा। 
पहले भी दी थी साइकिलें 
विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों में दो किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके आने वाले विद्यार्थियों को तीन साल पहले भी साइकिलें दी गई थी, लेकिन बीच में विभाग द्वारा साइकिल देने की बजाए विद्यार्थियों को 2500 रुपए नकद दिए गए। ऐसे में कुछ अभिभावकों की शिकायत थी कि उन्हें पैसे ही नहीं मिले या फिर बाजार में साइकिल की कीमत 2500 से ज्यादा है। 
"सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से आठवीं तक पढऩे वाले ऐसे बच्चों को साइकिल दी जाएगी, जो दो किलोमीटर से अधिक दूरी तय करके स्कूल पहुंच रहे हैं। कुछ स्कूलों में ऐसे बच्चों की संख्या के हिसाब से साइकिलें पहुंचा दी गई है, कुछ में इस माह के अंत तक पहुंच जाएंगी।"--मुकेश लावणिया, डीपीसी, नारनौल।                                                      dbrwd

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