** रिजल्ट न आने से छात्र हुए परेशान, विश्वविद्यालय द्वारा 26 अप्रैल से स्नातक दूसरे व चौथे समेस्टर की परीक्षाएं हुई शुरू
महार्षि दयानंद विश्वविद्यालय द्वारा अभी तक स्नातक की पिछली परीक्षाओं का परिणाम घोषित नहीं हुआ है लेकिन 25 अप्रैल से अगले समेस्टर की परीक्षाएं आरंभ हो गई हैं। रिजल्ट न आने से छात्रों के माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई दे रही हैं। छात्रों को अपने पिछले परीक्षा परिणाम की चिंता सता रही है। जिससे छात्रों को दूसरी परीक्षा की तैयारी करने में भी परेशानी हो रही है।
विश्वविद्यालय द्वारा 26 अप्रैल से स्नातक दूसरे व चौथे समेस्टर की परीक्षाएं आरंभ हो गई हैं। जो जून के प्रथम सप्ताह तक चलेंगी। पिछली परीक्षाओं का परिणाम न आने से छात्रों को यह अंदाजा लगाना मुश्किल हो गया है कि उन्हें टॉप करने या फिर अच्छे अंकों से पास होने के लिए अभी कितनी और मेहनत करने की आवश्यकता है। छात्रों का कहना है कि अभी तक पहले समेस्टर की परीक्षाओं का रिजल्ट नहीं आया है तथा दूसरे समेस्टर की परीक्षाएं आरंभ हो गई हैं। उन्हें अभी पहले रिजल्ट की चिंता सता रही है। बीए फाइनल ईयर के छात्र सुमित ने बताया कि रिजल्ट न आने से सबसे अधिक परेशानी प्रथम वर्ष के छात्रों को होती है। जब वे स्कूल ल से यूनिवर्सिटी में प्रवेश करते हैं तो कोर्स स्ट्रक्चर बिल्कुल बदल जाता है। ऐसे में पहली परीक्षा का परिणाम न आने पर छात्रों को यह अंदाजा लगाना भी मुश्किल हो जाता है कि उन्हें अभी कितनी और मेहनत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि जो छात्र टॉपर की रेस में होते हैं। उन्हें भी बहुत परेशानी होती है। उन्हें भी अपनी कमियों को पूरा करने का अवसर नहीं मिल पाता। हरियाणा कॉलेज टीचर एसोसिएशन के प्रदेश प्रैस प्रवक्ता पवन लठवाल ने बताया कि हायर एजुकेशन में समेस्टर सिस्टम लागू होने से शिक्षा स्तर में गिरावट आई है। वर्ष में दो बार परीक्षा होने से करीब तीन महीने का समय तो परीक्षा के आयोजन व रिजल्ट बनाने में ही लग जाता है।
जिससे छात्रों की शिक्षा भी प्रभावित होती है। अभी पहले समेस्टर का रिजल्ट नहीं आया है तथा दूसरे समेस्टर की परीक्षाएं आरंभ हो गई हैं। जिससे टीचरों को भी छात्रों के परीक्षा परिणाम की चिंता सताने लगी है। dbgohana
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