जींद : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष राजेश खर्ब ने कहा कि प्रदेश सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश में कई तरह की शिक्षा और शिक्षक पैदा हो गए हैं। ऐसे में सबके लिए एक समान बेहतर शिक्षा की पहल में राज्य सरकार की नीयत में खोट दिखाई दे रहा है। उन्होंने सरकार की मंशा पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार निरंतर प्राथमिक शिक्षकों के हितों पर प्रयोग एवं हमले कर रही है। स्कूलों में रिक्त प्राथमिक शिक्षकों को भरने की बजाय इन पदों को समाप्त करने के षड्यंत्र रच रही है। वे सोमवार को हुडा कॉम्पलेक्स में शिक्षकों की बैठक में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो राज्य सरकार शिक्षा के अधिकार का गुणगान कर रही है और दूसरी तरफ शिक्षा के अधिकार के अनुसार प्रत्येक 30 छात्रों पर एक अध्यापक की आवश्यकता होते हुए 200 छात्रों पर पांच अध्यापक रख रही है। संघ के जिलाध्यक्ष विजय सहारण ने बताया कि राज्य सरकार की नीतियों के कारण प्राथमिक शिक्षकों की पदोन्नति के अवसर न के बराबर रह गए हैं। जेबीटी के पदों को खत्म करने के लिए कभी इनको तीसरी कक्षा तक तो कभी चौथी कक्षा तक रखने की बात करते हैं।
जिलाध्यक्ष ने राज्य सरकार को चेताया कि प्राथमिक शिक्षक संघ राज्य सरकार की इस प्रकार की ओछी मंशा को पूरा नहीं होने देगा। db
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