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Tuesday, 29 April 2014

पीजीटी की मनमानी, 9वीं व 10वीं को पढ़ाने में कर रहे आनाकानी

** शिक्षा निदेशालय के स्पष्ट आदेश, फिर भी नहीं हो रहा सरकारी स्कूलों में अमल
प्रदेशभर में 14 हजार नए पीजीटी की भर्ती के बावजूद भी थ्री टायर सिस्टम लडखड़़ाया हुआ है। अधिकांश सरकारी स्कूलों में अब भी पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) नौंवी व दसवीं कक्षा को पढ़ाने में आनाकानी कर रहे हैं। हरियाणा स्कूली शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट हिदायतें जारी की हुई हैं, इसके बावजूद भी गुरुजी की मनमानी विद्यार्थियों के अध्ययन पर भारी पड़ रही है। विभागीय अधिकारिक सूत्रों की माने तो मिडिल, हाई व सीनियर सेकंडरी स्कूलों में पहले टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) ही पढ़ाते थे। मगर विभाग की नई व्यवस्था के अंतर्गत अब कक्षा छठी से आठवीं तक टीजीटी व नौंवी से बारहवीं तक पीजीटी पढ़ाएंगे। विभाग की इस नई व्यवस्था पर भी सरकारी स्कूलों में अमल नहीं हो पा रहा है। पीजीटी द्वारा नौंवी व दसवीं कक्षा के विद्यार्थियों को नहीं पढ़ाए जाने का खामियाजा केवल विद्यार्थियों को ही उठाना पड़ रहा है। दसवीं बोर्ड की परीक्षा है। प्रथम सेमेस्टर की तैयारी करने में भी बच्चों को खासी दिक्कतें आ रही हैं। सूत्रों की मानें तो पीजीटी केवल 11वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को पढ़कर ही अपने कार्य की इतिश्री कर रहे हैं। 
क्यों की गई यह व्यवस्था 
हरियाणा स्कूली शिक्षा विभाग ने यह व्यवस्था इसलिए की है कि अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में 11वीं और 12वीं कक्षा के केवल एक-एक ही सेक्शन होते हैं। इस हिसाब से प्रत्येक सप्ताह में स्कूल लेक्चरर के केवल 16 पीरियड ही बनते हैं। इस खामी को दूर करने के लिए विभाग ने नौंवी और दसवीं कक्षा को भी इनके साथ जोड़ दिया। इससे इनका वर्कलोड पूरा हो जाए। टीजीटी की कमी को दूर करने के लिए छठी से आठवीं तक की कक्षाएं पढ़ाकर वर्कलोड पूरा करने की व्यवस्था की गई। 
मुखिया सुनिश्चित करेंगे वर्कलोड के हिसाब से पढ़ाई 
"सभी सरकारी स्कूलों में वर्कलोड के हिसाब से पीजीटी व टीजीटी द्वारा बच्चों की पढ़ाई को सुनिश्चित करेंगे। विभाग की स्पष्ट हिदायतें हैं कि पीजीटी नौंवी व दसवीं को भी पढ़ाएंगे। अगर कोई भी शिक्षक अपने कार्य में कोताही बरतता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"--निर्मल श्योराण, जिला शिक्षा अधिकारी, भिवानी
वर्कलोड नहीं तो छठी से 8वीं तक भी पढ़ाएंगे पीजीटी 
अगर किसी विद्यालय में पीजीटी का वर्कलोड पूरा नहीं होता है तो उसे छठी से आठवीं यानी अपर प्राइमरी की कक्षाएं भी पढ़ानी पड़ेगी। स्कूली शिक्षा निदेशालय ने यह भी अपने आदेशों में स्पष्ट निर्देश दिए हैं। 
30 से 36 पीरियड किए हुए हैं निर्धारित 
प्रत्येक सप्ताह पीजीटी टीचरों के लिए 30 से 36 पीरियड पढ़ाने निर्धारित किए हुए हैं। इनमें नौंवी, दसवीं, 11वीं व 12वीं की कक्षाएं शामिल की हुई हैं। इतनी संख्या में प्रत्येक पीजीटी द्वारा पीरियड लेना स्कूल का मुखिया सुनिश्चित करेगा। 
ऐसे निर्धारित होता है वर्कलोड 
प्रत्येक विषय के सप्ताह में पीरियड निर्धारित किए हुए हैं। जो शिक्षक के वर्कलोड को निर्धारित करते हैं। इनमें अंग्रेजी, गणित, हिंदी, जियोग्राफी के आठ-आठ पीरियड, साइंस, एसएस, संस्कृत और ड्राइंग के छह-छह पीरियड शामिल किए गए हैं।                                        dbbhwn


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