** लापरवाही मिलने पर शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस
रोहतक : विद्यालय तथा विद्यार्थियों पर खर्च करने के लिए आई राशि को तो गुरुजी ने खर्च किया, लेकिन खर्च के आगे बही-खाता में लिखना भूल गए। आज सरकारी विद्यालयों की जांच करने पहुंची संयुक्त शिक्षा निदेशक के सामने गुरुजी की लापरवाही उजागर हुई, तो मैडम से सॉरी बोल दिया। संयुक्त शिक्षा निदेशक ने भी लापरवाह शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस दे दिया। शिक्षा की हकीकत जाने के लिए संयुक्त निदेशक ने दो दिनों में दर्जनों विद्यालयों का निरीक्षण करके विद्यालयों की हकीकत जानी।
दो दिवसीय दौरे के आखिर दिन उन्होंने कारौर स्थित राजकीय हाईस्कूल, खेड़ी साध के राजकीय हाईस्कूल, खरावड़ स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक महिला विद्यालय, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक महिला विद्यालय गढ़ी, राजकीय हाईस्कूल गढ़ी बोहर, राजकीय हाईस्कूल बोहर, राजकीय महिला हाईस्कूल भैय्यापुर लाढौत का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनको लगभग सभी विद्यालयों की कैशबुक पूरी भरी हुई नहीं मिली। किसी विद्यालय में एसएमसी तो किसी में मिड-डे मील का खाता सही नहीं मिला। यही नहीं, कई विद्यालयों में निर्माण का भी लेखा-जोखा गड़बड़ मिला। जबकि हकीकत में निर्माण कार्य पूरा हुआ था। इसके अलावा शिक्षा निदेशक को अन्य कई खामियां मिली। निरीक्षण में उनके साथ डीईओ सत्यवती नांदल, बीईओ वीरेंद्र मलिक, बीपी राना मौजूद रहे।
डायरेक्टर विद्यालय में, हेडमास्टर गायब
विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंची संयुक्त शिक्षा निदेशक को लाढ़ौत विद्यालय की प्राचार्या शील अनुपस्थित मिली। हेड मास्टर के गायब मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। विद्यालय से वह किस कारण अनुपस्थित थी, इसकी भी जानकारी नहीं मिल पाई।
विद्यालय से लेकर ऑफिस तक मिला गंदा
विद्यालयों की हकीकत जाने पहुंची संयुक्त निदेशक को विद्यालयों में ही नहीं बल्कि जहां पर अध्यापक बैठते है, वहां पर भी भारी गंदगी मिली। मकड़ौली खुर्द गांव स्थित राजकीय हाईस्कूल में उनको गंदगी मिली। यहां पूरे विद्यालय में साफ-सफाई नहीं मिली। हेड मास्टर इकविंदर कौर के कमरे में जांच करने पहुंची, तो उनके कमरे में भी गंदगी मिली। जिस पर उन्होंने शिक्षिका को फटकार लगाई। db
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