शिक्षा विभाग ने एक बार फिर से रेशनेलाइजेशन की तैयारी शुरू कर दी है। नई रेशनेलाइजेशन पिछले वर्ष निर्धारित किए गए मापदंडों को ही आधार मानते हुए शुरू की गई है। हालांकि फिलहाल अधिकारी प्रदेश की स्थिति का आंकलन कर रहे हैं। सरप्लस शिक्षकों को इधर से उधर करने का कार्य अभी नहीं किया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों से पहली से लेकर पांचवीं कक्षा तक छात्रों व शिक्षकों दोनों का ब्योरा जल्द से जल्द भेजने का निर्देश दिया है। छात्रों की संख्या का आधार 30 सितंबर 2013 को मानते हुए ब्यौरा मांगा गया है। प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों की बैठक जल्द ही पंचकूं आयोजित की जाएगी। इस बैठक में प्रदेश का पूरा ब्यौरा प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद ही कोई आगामी फैसला किया जाना है। भिवानी जिले में 30 सितंबर 2013 को लगभग 78 हजार छात्र थे। जबकि इस जिले में 2732 जेबीटी अध्यापक हैं। इन हालात में बेशक भिवानी में सरप्लस शिक्षकों की संख्या कम हो पर दूसरे जिलों में यह संख्या काफी ज्यादा होने का अनुमान है। अगले सप्ताह होने वाली बैठक के बाद संभावना है कि सरप्लस शिक्षकों को इधर से उधर कर दिया जाए। dj
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