रोहतक : एमडीयू में नए सत्र 2014-15 से विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा का भी पाठ पढ़ाया जाएगा। स्नातक स्तर पर शुरू किए जाने वाले इस कोर्स को मंजूरी के लिए एसी की बैठक में रखा जाएगा।
इसी तरह से एमडीयू में चाइनिज भाषा सिखाने के लिए डिप्लोमा इन चाइनिज शुरू करने पर मंगलवार को शैक्षणिक परिषद (एसी) की 174वीं बैठक में मुहर लगाई जाएगी। बैठक में करीब 35 प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।
इसमें पीएचडी के पंजीकृत शोधार्थियों के विषय बदलने व पंजीकरण रद्द करने जैसे मुद्दे भी शामिल किए जाएंगे। इसके अलावा यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में सत्र २०१४-१५ से मैकेनिकल इंजीनियरिंग एमटेक कोर्स व कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग में एमएससी कंप्यूटर साइंस कोर्स शुरू किए जाने पर विचार होगा।इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने से एमटेक एमई करने वाले विद्यार्थियों को विवि में ही कोर्स करने का मौका मिल जाएगा।
नियमों में हो सकता है बदलाव
इसी तरह से पीजी और यूजी के लिए होने वाले पुनर्मूल्यांकन के लिए भी नियमों में बदलाव किया जाएगा। वहीं यूजी कक्षाओं में सेमेस्टर प्रणाली केे प्रावधानों में बदलाव पर भी एसी की बैठक में चर्चा की जाएगी। परीक्षाओं को कराने की नियमावली में भी परिवर्तन किया जा सकता है। एडेड कॉलेजों के एसोसिएट प्रोफेसरों को जनरल बॉडी व लोकल बॉडी की कमेटी में बतौर नांमांकित सदस्य शामिल किया जाए या नहीं, इस पर भी मंथन किया जाएगा।
ये कोर्स हो सकते है बंद
एसी की बैठक में एमए भूगोल में हाल ही में शुरू किए कोर्स पॉपुलेशन स्टडीज के दो वर्षीय पाठ्यक्रम को सत्र 2014-15 में बंद करने का प्रस्ताव भी शामिल किया गया है। इसी तरह मनोविज्ञान विभाग में नए शुरू किए गए कोर्स पीजी डिप्लोमा इन साइकोलॉजी ऑफ आर्गेनाइजेशन कोर्स को भी बंद किया जा सकता है। इन कोर्स को बंद करने का बड़ा कारण विश्वविद्यालय में इन कोर्स में विद्यार्थियों का घटता रूझान भी माना जा रहा है। db
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.