सरकारी स्कूलों के मेधावी व विज्ञान विषय में विशेष रूचि रखने वाले विद्यार्थियों की प्रतिभा को तराशने के लिए सरकार अब उनके द्वारा बनाए मॉडल पर 5 हजार रुपए खर्च करेगी। इस राशि से तैयार हुए मॉडल का पहले जिला स्तर लगने वाली विज्ञान प्रदर्शनी में मूल्यांकन होगा। यहां श्रेष्ठ चुने गए मॉडल उसके बाद राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित किए जाएंगे।
मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से इंस्पायर अवार्ड स्कीम आरंभ की गई है। इस स्कीम के तहत जिले के सभी सरकारी स्कूल में छठी से आठवीं में पढऩे वाले विद्यार्थियों का पहले वर्ग और नौंवीं-दसवीं कक्षा का दूसरा वर्ग बनाया है।
स्कूलस्तर पर होगा दो छात्रों का चयन
विज्ञान में रूचि रखने वाले दो-दो विद्यार्थियों का चयन स्कूल स्तर पर होगा। ये विद्यार्थी मॉडल बनाएंगे, जिसके लिए मानव संसाधन मंत्रालय आर्थिक मदद देगा। चयनित विद्यार्थियों की सूची उनके बैंक अकाउंट नंबर सहित मंत्रालय को भेजी जाएगी। वहां से विद्यार्थियों के खाते में 5 हजार रुपए जमा कराए जाएंगे। स्कूलों में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी के लिए पहले मॉडल बनाने का सारा खर्च विद्यार्थियों को जेब से देना पड़ता था। जिन स्कूलों के खातों में राशि होती थी अथवा मुख्याध्यापक की ऐसे कार्यक्रमों में रूचि रहती थी, वहां पर ऐसी समस्या नहीं होती थी।
dbnrnl
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.