करनाल : हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन की जिला कार्यकारिणी ने रेशनेलाइजेशन के विरोध में धरना देकर प्रदर्शन किया। मास्टरों ने सरकार की इस नीति के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर जिला प्रधान करनैल सिंह लालैण ने कहा कि शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारी तुगलकी फरमान जारी करके विभाग का विनाश करने पर तुले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह की नीतियों को अपनाकर विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। यदि किसी स्कूल में दो विज्ञान अध्यापक हैं तो वहां पर एक सरप्लस हो जाएगा और स्कूल में एक विज्ञान का पद खाली हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विषयों की रेशनेलाइजेशन ठीक से नहीं हो पा रही है। इसे हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। जिला प्रधान ने सरकार से आग्रह किया कि कुछ अधिकारी सरकारी की छवि को धूमिल करने में लगे हुए हैं। सरकार को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। उपप्रधान रमेश पंथ ने मांग उठाई की मौलिक स्कूल अध्यापकों को द्वितीय श्रेणी का दर्जा दिया जाए तथा एसीपी की शक्तियां जिला स्तर पर दी जाएं। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दूसरे चरण में 27 अप्रैल को मुख्यमंत्री से मिलकर इस बाबत ज्ञापन दिया जाएगा। चार मई को शिक्षामंत्री के निवास पर झज्जर में सांकेतिक प्रदर्शन किया जाएगा। db
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