नारनौल : जिला शिक्षा अधिकारी ने जिलेभर के 10 स्कूलों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कुछ स्कूलों में अध्यापक अनुपस्थित मिले तो कहीं आराम फरमाते। स्कूलों में विकास कार्य अधूरे देखने को मिले तो इंटर्नशिप कर रहे जेबीटी अध्यापक गैर हाजिर। निरीक्षण के बाद डीईओ ने स्कूलों में मिली अनियमितताओं के जिम्मेदार स्कूल मुखियाओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए वहीं गैरहाजिर मिले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी किए।
डायरेक्टर से आई शिकायत पर की जांच
बुधवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे जिला शिक्षा अधिकारी संतोष तंवर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय स्याणा पहुंची। यहां उन्होंने विद्यालय में नियुक्त क्लर्क गुणपाल की डायरेक्टर से आई शिकायत पर जांच की।
डीईओ के मुताबिक इसके साथ ही उन्होंने यहीं राजकीय माध्यमिक विद्यालय स्कूल का भी दौरा किया। गांव स्याणा के बाद वे अपनी टीम के साथ गांव पोता स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पहुंची। यहां उन्हें आरएमएसए के तहत बनाए जा रहे क्लास रूम का कार्य अधूरा पाया। क्लास रूमों के बंद पड़े कार्य के संबंध में उन्होंने स्कूल मुखिया से पूछताछ की। राजकीय माध्यमिक विद्यालय तलवाना में जब डीईओ पहुंची तो अध्यापक सुरेंद्र कुमार एक दीवार के साथ पैर लगा कर आराम फरमा रहे थे। जबकि उनकी क्लास खाली थी। इस पर डीईओ ने उन्हें स्पष्टीकरण देने की बात कही।
डिपार्चर रजिस्टर में एडवांस में हस्ताक्षर
डीईओ डेढ़ बजे राजकीय उच्च विद्यालय बवाना पर पहुंची। जिस समय वे विद्यालय में पहुंची उस समय इंटर्नशिप पर आने वाले जेबीटी चारों अध्यापक अनुपस्थित थे। हस्ताक्षर रजिस्टर देखा गया तो उन्होंने पाया कि एक अध्यापक ने तो एडवांस में हस्ताक्षर कर रखे थे। करीब दो बजकर 15 मिनट पर वे राजकीय विद्यालय मालडा पहुंची। इस विद्यालय के निरीक्षण के साथ ही उन्होंने राजकीय प्राथमिक विद्यालय मालडा का निरीक्षण किया। यहां जेबीटी अध्यापक अनिल कुमार ने हाजरी रजिस्टर में दो बजकर 45 मिनट का समय भर कर हस्ताक्षर कर रखे थे, लेकिन वे विद्यालय में मौजूद नहीं थे, जबकि हेड टीचर उपस्थित थे, लेकिन उन्होंने भी रजिस्टर में 2 बजकर 45 मिनट के साथ हस्ताक्षर कर रखे थे।
स्कूल मुखियाओं से जवाब तलब
निरीक्षण के बाद डीईओ संतोष तंवर ने बताया कि स्कूलों का निरीक्षण करने के बाद जहां कहीं भी अनियमितता मिली है, उन सभी स्कूल मुखियाओं को स्पष्टीकरण देने के लिए निर्देश दिए हैं। इसके साथ अनियमितताओं के दोषी सभी कर्मचारियों, अध्यापकों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। डीईओ ने बताया कि स्कूलों में नियमित पढ़ाई हो इसके लिए उनका औचक निरीक्षण कार्य आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही उन्होंने सभी बीईओ को भी निर्देश जारी किए हैं कि वे अपने क्षेत्र में प्रतिदिन 10 या इससे ज्यादा स्कूलों का निरीक्षण करें तथा उसकी रिपोर्ट भेजें। db
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