हरियाणा शिक्षा विभाग ने इस सत्र में सभी प्राथमिक, माध्यमिक और वरिष्ठ स्कूलों को सख्त निर्देश दिया है कि छात्र-छात्राओं को गाइडों से पढ़ाना बंद करें। क्योंकि गाइडों से पढ़ाने के कारण साल-दर-साल हरियाणा बोर्ड पर इसका असर देखने को मिल रहा है। इसके लिए राजकीय स्कूलों में अब पढ़ाने के लिए गाइडों के उपयोग पर रोक लगा दी गई है। किसी भी स्कूल में यदि कोई भी अध्यापक गाइडों से कक्षाओं में पढ़ाते हुए पाया गया तो उस पर अब शिक्षा विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी। अभी तक राजकीय स्कूलों में पाठ्यक्रम को पूरा करवाने के लिए गाइडों का इस्तेमाल किया जाता था। वहीं बच्चे भी गाइड से रुचि लेकर पढ़ते हैं। इसमें विद्यार्थियों को यह फायदा होता था कि उन्हें किताबों को ज्यादा टटोलना नहीं पड़ता था और सभी प्रश्नों के उत्तर आसानी से मिल जाते थे। अध्यापक द्वारा छात्रों को जो होमवर्क दिया जाता है। उन प्रश्नों को बिना समझे ही गाइड से उतार लेते हैं। जिसका परिणाम परीक्षा परिणामों में देखने को मिलता है। स्कूलों में गाइड से पढ़ाने की वजह से अध्यापक छात्र-छात्राओं के भविष्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं।
"हरियाणा शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त सुरीना राजन द्वारा प्रदेश के सभी राजकीय स्कूलों को यह आदेश दिया है कि यदि निरीक्षण के दौरान किसी स्कूल में कोई अध्यापक या अध्यापिका गाइड के इस्तेमाल पर पढ़ाते हुए पाए जाते हैं तो अध्यापक और प्रधानाध्यापकों पर भी कार्यवाही की जाएगी।"--शील कुमारी, प्रिंसिपल राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक कन्या विद्यालय जैकबपुरा dbgrgn
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.